Last Updated:June 25, 2025, 22:48 ISTLakhimpur Kheri News: धौरहरा रेंज में ईंट-भट्ठे से राख निकालते समय मिहीलाल पर तेंदुए ने हमला कर दिया. उसने साहस दिखाते हुए तेंदुए से मुकाबला किया और अपनी जान बचाई. हमले में मिहीलाल और फॉरेस्ट गार्ड घायल हुए. हाइलाइट्सधौरहरा में ईंट-भट्ठे से राख निकालते समय मिहीलाल पर तेंदुए ने हमला कर दिया.उसने साहस दिखाते हुए तेंदुए से मुकाबला किया और अपनी जान बचाई.हमले में मिहीलाल और फॉरेस्ट गार्ड घायल हुए.लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी के धौरहरा रेंज में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक युवक पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया. नयापुरवा गांव निवासी 35 वर्षीय मिहीलाल बंद पड़े ईंट -भट्ठे से राख निकालने गए थे, तभी झाड़ियों से निकलकर तेंदुआ उस पर झपट पड़ा. लेकिन मिहीलाल ने घबराने की बजाय साहस दिखाया और सीधे तेंदुए से भिड़ गया. इस संघर्ष में वह घायल जरूर हो गए, लेकिन उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए अपनी जान बचा ली. इतना ही नहीं तेंदुए को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया.घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. तेंदुए के हमले में फॉरेस्ट गार्ड राजेश दीक्षित भी घायल हो गए थे, जो बचाव में पहुंचे थे. दोनों घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डीएम ने की युवक की तारीफजिला अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल खुद अस्पताल पहुंचीं और घायल मिहीलाल से मुलाकात की. उन्होंने मिहीलाल के साहस की सराहना करते हुए कहा, “आपने जिस तरह साहस के साथ तेंदुए का सामना किया, वह प्रेरणादायक है. प्रशासन आपकी पूरी मदद करेगा.”
डीएम ने मौके पर ही 50,000 रुपए की सहायता राशि मिहीलाल को देने की घोषणा की और उसकी परिवार से मिलकर भरोसा दिलाया कि उन्हें हर ज़रूरी मदद मिलेगी. इसके साथ ही डीएम ने अस्पताल में घायल फॉरेस्ट गार्ड राजेश दीक्षित से भी बातचीत की और उनके इलाज की जानकारी ली. उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.
गन्ने के खेतों में जानवरों का बसेराघटना के बाद वन विभाग के अफसरों में भी हलचल मच गई है. दुधवा टाइगर रिजर्व से भटककर वन्य जीव अब रिहायशी इलाकों तक पहुंच रहे हैं. तेंदुए और बाघ जैसे जानवर अब गन्ने के खेतों में डेरा जमा चुके हैं. इसका नतीजा यह है कि किसान खेतों में जाने से डर रहे हैं और इस वजह से कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरी सौरिष सहाय, सीएमएस आर.के. कोली और अन्य अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली.
वन्यजीवों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. लोगों की मांग है कि वन विभाग ऐसे जानवरों को सुरक्षित तरीके से पकड़कर जंगल में छोड़े, ताकि गांव और खेतों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshLakhimpur Kheri:तेंदुए और युवक के बीच भयंकर लड़ाई! वीडियो देखकर उड़ जाएंगे होश