श्रीलंका के अनुभवी ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने बांग्लादेश के खिलाफ गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच के साथ अपने शानदार टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया. यह मुकाबला उनके लिए बेहद भावुक क्षण था. वह पहले ही इस फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर चुके थे. विदाई टेस्ट खेलने के बाद यह दिग्गज काफी भावुक नजर आया. उन्होंने मैच के बाद दिए बयान में फैंस को धन्यवाद कहा. मैथ्यूज ने उन सबको को भी थैंक्स कहा, जिन्होंने उनके टेस्ट करियर के दौरान सपोर्ट किया.
खिलाड़ियों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
मैथ्यूज ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि बांग्लादेश के खिलाफ यह टेस्ट मैच उनके करियर का आखिरी रेड बॉल मैच होगा. इस मैच के दौरान, जब वह अपनी आखिरी पारी में बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे, तो बांग्लादेशी टीम ने उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया. बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने दोनों तरफ खड़े होकर तालियों के साथ मैथ्यूज का स्वागत किया. यह मैथ्यूज और उनके सपोर्टर्स के लिए बेहद ही भावुक पल था. पूरे स्टेडियम में मौजूद हजारों फैंस ने भी खड़े होकर अपने हीरो को जोरदार तालियां बजाकर विदाई दी.
मैच के बाद हुए भावुक
अपना आखिरी टेस्ट खेलने के बाद मैथ्यूज ने भावुक होकर कहा, ‘जब से मैंने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे कितना प्यार मिला है. निश्चित रूप से (प्यार से) अभिभूत हूं. आप सभी का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मुझे हर समय समर्थन दिया है. यह आसान यात्रा नहीं थी – बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए, लेकिन इन सबके बावजूद मुझे मिले समर्थन की वजह से मैं यह कर पाया.’ उन्होंने इंग्लैंड में जीतना और ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका में क्लीन स्वीप करना अपने टेस्ट करियर के टॉप मोमेंट्स चुने. उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ जीत और श्रीलंका में आस्ट्रेलिया को 3-0 से हराना – यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि और सम्मान था, जिसे पूरी टीम ने हासिल किया.’
ऐसा रहा टेस्ट करियर
38 साल के मैथ्यूज ने अपने 16 साल के लंबे टेस्ट करियर में श्रीलंका के लिए 119 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने 44.40 की प्रभावशाली औसत से 8214 रन बनाए, जिसमें 16 शतक और 45 अर्धशतक शामिल रहे. उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 200 रन रहा. गेंदबाजी में भी उन्होंने 33 विकेट चटकाए. मैथ्यूज ने श्रीलंका की कप्तानी भी संभाली और 34 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व किया.
आखिरी टेस्ट में नहीं चला बल्ला
हालांकि, अपने आखिरी टेस्ट मैच में मैथ्यूज का बल्ला नहीं चला. उन्होंने पहली पारी में 39 रन की पारी खेली, जिससे श्रीलंका को 485 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचने में मदद मिली. वहीं, दूसरी पारी में वह केवल 8 रन ही बना सके. टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद मैथ्यूज ने संकेत दिया है कि वह वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा है कि वह 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए उत्सुक हैं, जो भारत और श्रीलंका में आयोजित होने वाला है. वह अपने घरेलू मैदान पर आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का सपना देखते हैं.