Last Updated:June 21, 2025, 23:59 ISTSuccess story : पिता पान की गुमटी चलाकर घर का खर्च चलाते हैं. घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन बेटे की पढ़ाई में कभी कोई कमी नहीं आने दी.गोंडा. यूपी के लाल ने कमाल कर दिया है. गोंडा जिले के रहने वाले रुद्र शुक्ला ने वो कर दिखाया है जिसका सपना लाखों छात्र देखते हैं. रुद्र के पिता पान की छोटी सी गुमटी चलाते हैं, लेकिन बेटे ने सारी कठिनाइयों को पीछे छोड़ते हुए NEET (नीट) की परीक्षा पास कर ली है. लोकल 18 से बातचीत में छात्र रुद्र बताते हैं कि वे गोंडा जिले के इंद्रापुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता पान की गुमटी चलाकर घर का खर्च चलाते हैं. घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन बेटे की पढ़ाई में कभी कोई कमी नहीं आने दी.टीचर बोलते थे कुछ नहीं कर पाओगे
रुद्र शुक्ला बताते हैं कि टीचर बोलते थे कुछ नहीं कर पाओगे. आज उन्हीं टीचरों के सबसे ज्यादा कॉल आ रहे हैं और सबसे ज्यादा स्टेटस भी लगा रहे हैं. रुद्र शुक्ला का कहना है यदि आप कुछ ठान लो तो उसको करना कोई बड़ी बात नहीं है. मैंने ठान लिया था कि मुझे डॉक्टर बनना है. रुद्र शुक्ला बताते हैं कि इससे पहले भी एक बार परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें सिलेक्शन नहीं हो पाया था. दूसरी बार में हुआ है. रुद्र की मां आशा बहू हैं. बैकग्राउंड इतना मजबूत नहीं था कि स्टडी टेबल ले सकें. घर के बक्सा पर बुक रखकर पढ़ाई की है.
रात में वेटर का काम
रुद्र शुक्ला बताते हैं की रात में लखनऊ कैटरिंग में बटर का भी काम किया है दिन में पढ़ाई करते थे और रात में बटर का काम करते थे इससे कुछ पैसा मिल जाता था तो नोट्स वगैरा लेने में मदद होती थी. रुद्र शुक्ला बताते हैं कि दिन में हम पढ़ाई करते थे और रात में बटर का काम करते थे हमको बुरा नहीं लगता था कि हम बटर का काम कर रहे हैं क्योंकि हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि हम घर पर बोल सके कि हमको इस बुक की जरूरत है या इस नोटिस की जरूरत है इसीलिए हम जो पाए थे वह कर लेते थे. रुद्र शुक्ला बताते हैं कि लगभग 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते थे.Location :Gonda,Uttar PradeshhomecareerGonda news : पिता चलाते हैं पान की गुमटी, बेटे ने नीट क्वालीफाई किया नीट