Last Updated:June 19, 2025, 08:48 ISTChandauli Latest News: सकलडीहा उपकेंद्र से जुड़े अमड़ा और कंदवा में तारों की स्थिति बेहद जर्जर है. तमाम शिकायत के बाद भी आज तक कोई अधिकारी मौके पर जाकर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश नहीं करते हैं. आलम यह है कि तार…और पढ़ेंहाइलाइट्सचंदौली के कंदवा में बिजली व्यवस्था बदहाल.जर्जर पोल और टूटे तारों से आपूर्ति बाधित.लो वोल्टेज और अघोषित कटौती से लोग परेशान.चंदौली: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. सकलडीहा उपकेंद्र से जुड़े 130 गांवों में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन 10 घंटे से अधिक की अघोषित बिजली कटौती हो रही है. वहीं, बबुरी पावर हाउस से जुड़े लगभग 79 गांवों में रात के समय 15 से 20 बार बिजली कटने से लोग रतजगा करने को मजबूर है.दरअसल, जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों बिजली संकट ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. खासकर सकलडीहा उपकेंद्र से जुड़े 130 गांवों में स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है. जहां पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन 10 घंटे से अधिक की अघोषित बिजली कटौती हो रही है. जिससे ग्रामीणों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है.
बिजली कटौती का सबसे ज्यादा असर रात के समय देखने को मिल रहा है. बबुरी पावर हाउस से जुड़े लगभग 79 गांवों में रात में 15 से 20 बार बिजली कट रही है. जिससे लोगों की नींद हराम हो गई है. लगातार कटौती और वोल्टेज की समस्या के कारण न तो पंखे चल पा रहे हैं और न ही कूलर. गर्मी और उमस के कारण ग्रामीण रात भर जागने को मजबूर है.
उधर सकलडीहा उपकेंद्र से जुड़े अमड़ा और कंदवा में तारों की स्थिति बेहद जर्जर है. तमाम शिकायत के बाद भी आज तक कोई अधिकारी मौके पर जाकर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश नहीं करते हैं. आलम यह है कि तार जमीन से सट चुके हैं आए दिन कोई मेवशी उसकी चपेट में आकर मर जाता है. तमाम जगहों पर पेड़ गिरे हुए हैं. अगर थोड़ी सी भी हवा चलती है तो फॉल्ट होना शुरू हो जाता है इसकी वजह जर्जर तार है. जिसकी वजह से बिजली गुल हो जाती है. मगर इसको सुधारा नहीं जा रहा है. ग्रामीणों की मांग है की अगर केबिल तार लग जाएगा तो ये समस्या दूर हो जाएगी. मगर विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
लोकल 18 के संवाददाता ने जब इन गांवों का दौरा किया और स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की तो लोगों ने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की. स्थानीय ग्रामीण अमर सिंह ने कहा कि रात भर नींद नहीं आती बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बिजली कभी आती है, कभी चली जाती है.
एक अन्य ग्रामीण राम रतन यादव ने बताया कि पंखा भी नहीं चल पा रहा. ऊपर से मच्छरों ने जीना हराम कर रखा है. उनका आरोप है कि बिजली विभाग कोई स्पष्ट सूचना नहीं देता और न ही सुधार की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जा रहे है. उनका कहना है कि चुनाव के समय वादे बहुत किए जाते है. लेकिन बाद में समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है.
ग्रामीण बनारसी यादव ने बताया कि इस संकट के चलते किसानों की भी परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि ट्यूबवेल नहीं चल पा रहे है और फसलों को समय पर पानी नहीं मिल रहा. व्यापारियों और छोटे दुकानदारों की भी आमदनी पर असर पड़ा है. ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए और रात में बार-बार होने वाली कटौती को रोका जाए.Manish Raiकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या…और पढ़ेंकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या… और पढ़ेंLocation :Chandauli,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshचंदौली के 130 गांवों की रात की नींद उड़ी, 15 से 20 बार जा रही बिजली