वाराणसी की फेमस पहलवान लस्सी और चाचा कचौड़ी के सामने आया बुलडोजर, देखकर भागने लगे लोग, उठा पीला पंजा और…

admin

अब कहां मिलेगी चाची की मशूहर कचौड़ी और पहलवान लस्सी? फेमस अड्डे पर चला बुलडोजर

Last Updated:June 18, 2025, 12:41 ISTवाराणसी में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कचौड़ी और लस्सी के लिए मशहूर दुकानों सहित कुल 30 दुकानों को बुलडोजर से ढहा दिया. इन दुकानों में पहलवान लस्सी और चाचा कचौड़ी की दुकानें भ…और पढ़ेंहाइलाइट्सवाराणसी में 30 दुकानों पर बुलडोजर चलाप्रशासन ने फोरलेन सड़क निर्माण के लिए कार्रवाई कीदुकानदारों ने पर्याप्त समय न मिलने का आरोप लगायावाराणसी. वाराणसी में सोमवार रात एक बड़ा प्रशासनिक अभियान देखने को मिला. शहर के कचहरी इलाके में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के तहत बुलडोजर चलाया गया, जिसमें शहर की मशहूर पहलवान लस्सी और चाची की कचौड़ी की दुकान समेत करीब 30 दुकानें जमींदोज कर दी गईं. ये कार्रवाई उस स्थान पर की गई जहां फोरलेन सड़क निर्माण की योजना है और सभी दुकानों को अतिक्रमण की श्रेणी में रखा गया था.बुलडोजर के पहुंचते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. जिन दुकानों को तोड़ा गया, उनमें कई साल से कारोबार चल रहा था. पहलवान लस्सी और चाची की कचौड़ी की दुकानें शहर के बाहर से आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थीं. देर रात जैसे ही प्रशासन का दस्ता भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा, लोग अपनी दुकानें और सामान समेटते नजर आए. कुछ दुकानदार तो घबराहट में दुकानें छोड़कर भाग निकले.

पहले ही दिए गए नोटिस प्रशासन की ओर से पहले ही नोटिस जारी किया गया था कि संबंधित क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया जाएगा. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह क्षेत्र लंबे समय से अतिक्रमण की चपेट में था और फोरलेन सड़क निर्माण की योजना के तहत इन्हें हटाना आवश्यक था. नगर निगम और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की.

एक रात में छीन लिया सब कुछ हालांकि, कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं दिया गया और उनका जीवनभर की कमाई का जरिया एक ही रात में छिन गया. वहीं, कुछ लोगों ने प्रशासन के इस कदम को सही ठहराया और कहा कि विकास के लिए यह आवश्यक था. फिलहाल प्रशासन की ओर से प्रभावित दुकानदारों के पुनर्वास को लेकर कोई स्पष्ट योजना सामने नहीं आई है. लेकिन, ज़िला प्रशासन का कहना है कि जो लोग पात्र होंगे, उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था दी जाएगी. वाराणसी में यह कार्यवाही कई मायनों में चर्चा का विषय बनी हुई है, खासकर इसलिए कि इससे शहर की दो सबसे चर्चित दुकानों का अस्तित्व खत्म हो गया. अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन पुनर्वास और मुआवजे को लेकर क्या कदम उठाता है.Location :Varanasi,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshअब कहां मिलेगी चाची की मशूहर कचौड़ी और पहलवान लस्सी? फेमस अड्डे पर चला बुलडोजर

Source link