India vs England 5 memorable test matches Sachin Tendulkar miracle in Chennai Zaheer khan havoc in Nottingham | चेन्नई में सचिन का चमत्कार, नॉटिंघम में जहीर का कहर…कभी नहीं भूल पाएंगे भारत-इंग्लैंड के बीच ये 5 टेस्ट मैच

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India vs England 5 memorable test matches Sachin Tendulkar miracle in Chennai Zaheer khan havoc in Nottingham | चेन्नई में सचिन का चमत्कार, नॉटिंघम में जहीर का कहर...कभी नहीं भूल पाएंगे भारत-इंग्लैंड के बीच ये 5 टेस्ट मैच



India vs England 5 Memorable Test Matches: भारत और इंग्लैंड की टीमें टेस्ट मैच में फिर से आमने-सामने होनी वाली है. अपनी ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता को फिर से शुरू करने के लिए दोनों टीमें तैयार हैं. इस बार टीम इंडिया इंग्लैंड में चुनौतियों का सामना करेगी. लीड्स के हेडिंग्ले में 20 जून को 5 टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होगी. दोनों के बीच अब तक 36 टेस्ट सीरीज खेली गई है. इस दौरान इंग्लिश टीम ने 19 और टीम इंडिया ने 12 बार बाजी मारी है. 5 बार सीरीज बराबरी पर छूटी है.
5 सबसे रोमांचक मैच
अब एक बार फिर से फैंस को रोमांचक सीरीज का इंतजार है. इस बार रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन की अनुपस्थिति में युवाओं पर सबकी नजरें हैं. शुभमन गिल पहली बार टेस्ट में कप्तानी करेंगे. उनका साथ देने के लिए जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी हैं. सीरीज के शुरू होने से पहले हम दोनों टीमों के बीच अब तक हुए टेस्ट मैचों में 5 ऐसे मुकाबलों के बारे में यहां बता रहे हैं जिसने रोमांच की सारी हदें पार कर दीं…
1. लॉर्ड्स टेस्ट- 2021
आधुनिक युग के सबसे नाटकीय टेस्ट मैचोंमें से एक में भारत ने 16 अगस्त, 2021 को लॉर्ड्स में इंग्लैंड को 151 रनों से हराया. इससे पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त उसे मिल गई थी. इंग्लैंड को चौथी पारी में आउट करने के लिए भारत के पास केवल 60 ओवर थे. यहां से विराट कोहली की आक्रामक कप्तानी में भारत के तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. भारत ने पहली पारी में 362 तो इंगलैंड ने 391 रन बनाए. इसके बाद दूसरी पारी में रोमांचक मुकाबला देखने को मिला. निचले क्रम के महत्वपूर्ण योगदानों से 298/8 पर पारी घोषित करने के बाद भारत ने इंग्लैंड को 272 का लक्ष्य दिया. मेजबान टीम दबाव में बिखर गई और केवल 120 रन पर ढेर हो गई. जो रूट ने सर्वाधिक 33 रन बनाए. मोहम्मद सिराज (4/32), जसप्रीत बुमराह (3/33), और ईशांत शर्मा (2/13) ने लॉर्ड्स में कमाल कर दिया. सिराज ने जेम्स एंडरसन को बोल्ड करके मैच का शानदार अंत किया.
2. चेन्नई टेस्ट- 2008
26/11 मुंबई हमलों के कुछ ही हफ्तों बाद दिसंबर 2008 में चेन्नई में एक भावुक टेस्ट के साथ क्रिकेट वापस लौटा. इंग्लैंड ने मैच के अधिकांश हिस्से पर दबदबा बनाए रखा. उसने पहली पारी में 316 रन बनाए तो भारत ने 241 रन का स्कोर खड़ा किया. इसके बाद दूसरी पारी में इंग्लिश टीम ने 311/9 का स्कोर बनाया और भारत को 387 का एक मुश्किल लक्ष्य दिया. इसके बाद जो हुआ वह टेस्ट इतिहास में दर्ज हो गया. चौथी पारी में भारत का जुझारूपन देखने को मिला. सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 103 रन बनाकर सबका दिल जीत लिया. गौतम गंभीर ने 66 और वीरेंद्र सहवाग ने 83 रन बनाकर जीत की नींव रखी. राहुल द्रविड़ 4 और वीवीएस लक्ष्मण 26 रन बनाकर आउट हो गए. यहां से सचिन को युवराज सिंह का साथ मिला. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए नाबाद 163 रनों की साझेदारी की. युवराज 131 गेंद पर 85 रन बनाकर बनाकर नाबाद रहे. सचिन ने 196 गेंद पर नाबाद 103 रन बनाए. उन्होंने शतक लगाकर मैच को समाप्त किया और युवराज ने उन्हें कंधों पर उठा लिया.  तेंदुलकर ने जीत और अपने शतक को मुंबई हमलों के पीड़ितों को समर्पित किया.
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3. बॉम्बे टेस्ट- 1981
1981 में बॉम्बे (अब मुंबई) में खेला गया टेस्ट गेंदबाजों के लिए स्वर्ग था. भारत ने 179 और 227 के मामूली स्कोर बनाए, लेकिन उनके गेंदबाजों ने मैच को पलट दिया. इंग्लैंड को 166 और फिर 102 रन पर आउट कर दिया गया, जिससे भारत को एक यादगार जीत मिली. कपिल देव जीत के सूत्रधार थे, जिन्होंने 6 विकेट लेकर ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार जीता. यह मैच शानदार बल्लेबाजी के लिए नहीं बल्कि जुझारू गेंदबाजी के लिए मशहूर हो गया.इंग्लैंड के लिए इयान बॉथम ने मैच में 9 विकेट लिए तो भारत के लिए दूसरी पारी में कपिल देव और मदन लाल ने 5-5 विकेट लेकर मुकाबले को समाप्त कर दिया.
4. मुंबई टेस्ट- 2012
भारत के 2012 के इंग्लैंड दौरे के शुरुआती टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा के 135 रनों ने भारत को पहली पारी में 327 रन बनाने में मदद की. इसके बाद इंग्लैंड ने एलिस्टर कुक (122) और केविन पीटरसन (186) के शतकों के साथ पलटवार किया, जिससे मैच पर नियंत्रण हासिल कर लिया. भारत अपनी दूसरी पारी में केवल 142 रन पर ढेर हो गया, जिससे इंग्लैंड को आसान पीछा और उसे एक बड़ी जीत मिली. यह मैच सीरीज में एक महत्वपूर्ण मोड़ था. इसने उपमहाद्वीपीय परिस्थितियों में इंग्लैंड की सफल होने की क्षमता को दिखाया.
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5. नॉटिंघम टेस्ट- 2007
2007 में ट्रेंट ब्रिज में दूसरे टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में 198 रन पर आउट कर जल्दी नियंत्रण हासिल कर लिया. जहीर खान ने चार विकेट लेकर सनसनी मचा दी. इसके बाद भारत का जवाब दमदार था. दिनेश कार्तिक, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वसीम जाफर और वीवीएस लक्ष्मण के अर्धशतकों ने टीम को मजबूत बढ़त दिलाई. भारत ने 481 रन पहली पारी में बनाए थे. उसे 283 रनों की बढ़त मिली. इसके बाद दूसरी पारी में इंग्लैंड ने वापसी की और माइकल वॉन के 124 रनों की बदौलत 355 रन बना लिए. भारत को जीत के लिए 73 रन चाहिए थे. उसने 3 विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया. नॉटिंघम में मिली सफलता ने कमाल कर दिया. भारत 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से जीत गया.



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