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बिना वजह तेजी से घट रहा वजन तो हो जाएं अलर्ट, Colon Cancer का हो सकता है संकेत; तुरंत करवाएं जांच



5 Symptoms of Colon Cancer: कोलन कैंसर दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण है. यह कैंसर अक्सर चुपचाप विकसित होता है, जिसके लक्षण बाद के चरणों में ही सामने आते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि यदि आप नियमित रूप से अपना कंप्लीट बॉडी चेक अप करवाते रहें तो यह बीमारी पकड़ में आ सकती है. अगर शुरू में ही कोलन कैंसर का पता चल जाए तो इस बीमारी का काफी हद तक इलाज संभव है. देरी होने पर यह कैंसर शरीर में फैल जाता है, जिसके बाद मरीज की जान बचाना बहुत मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप कोलन कैंसर के लक्षणों को वक्त रहते पहचान लें वरना बहुत देर हो सकती है. 
कोलन कैंसर क्या है?
डॉक्टरों के मुताबिक, कोलन कैंसर कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है. यह बड़ी आंत के एक हिस्से में शुरू होती है, जिसे कोलन कहा जाता है. कोलन बड़ी आंत का पहला और सबसे लंबा हिस्सा है. बड़ी आंत पाचन तंत्र का अंतिम हिस्सा है. कोलन कैंसर एक प्रकार का कोलोरेक्टल कैंसर है यानी ऐसा कैंसर कोलन या मलाशय में शुरू होता है. इसलिए इसके लक्षणों को कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए.  
अत्यधिक थकान
अगर कमज़ोरी या बिना किसी कारण के थकान रहती हो. आराम करने पर भी थकान दूर नहीं होती हो तो यह कोलन कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है. ट्यूमर की वजह से शरीर को अंदर आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है, जिससे एनीमिया हो सकता है. यह थकान या कमज़ोरी के रूप में प्रकट होता है. ऐसे में आपको अपने फैमिली डॉक्टर से मिलकर लक्षण बताते हुए अपनी जांच जरूर करवानी चाहिए. 
अकारण वजन कम होना
अगर बिना कोशिश किए किसी का वजन कम होता जाता है तो यह अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. यह एक तरह का आपके शरीर की ओर से दिया जा रहा चेतावनी संकेत हो सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कैंसर कोशिकाएं मेटाबॉलिज्म को बदल सकती हैं, जिससे आहार या व्यायाम में बदलाव किए बिना भी वजन कम हो सकता है. यह लक्षण नजर आने पर अपना मेडिकल जरूर करवाना चाहिए. 
पेट में दर्द या ऐंठन
यदि किसी व्यक्ति के पेट में लगातार दर्द रहता है. उसे ऐंठन महसूस होती है, पेट में सूजन हो जाती है तो यह गंभीर बीमारी का संकेत देता है. यह कोलन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है. अगर आपको कुछ दिनों से ज़्यादा दर्द बना रहता है तो इस बात की जांच करवानी चाहिए. कई बार लोग इसे अक्सर पेट खराबी की समस्या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम समझकर हल्के में ले लेते हैं लेकिन यह सही तरीका नहीं होता है. 
मल त्याग की आदतों में बदलाव
हेल्थ एक्सपर्टों के मुताबिक, अगर आपकी मल त्याग की आदतों में लगातार बदलाव  हो रहा है तो आप सजग हो जाएं. मसलन कभी आपको दस्त लग जाएं, कभी कब्ज हो जाए या फिर मल सिकुड़ जाए. यदि ऐसी स्थिति लंबे वक्त तक रहती है तो यह खतरे का संकेत हो सकता है. ये लक्षण दिखने पर आमतौर पर मरीज़ों को लगता है कि आंत पूरी तरह से खाली नहीं हो रही है, इसलिए यह दिक्कत हो रही है लेकिन अगर कई हफ्तों तक यह दिक्कत चलती रहे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. यह कोलन कैंसर का इशारा हो सकता है. 
मल में खून
अगर आपको चमकीला लाल या गहरा मल दिखाई देता है, तो यह पाचन तंत्र में रक्तस्राव का संकेत हो सकता है. इसे कोलन कैंसर का संभावित संकेत माना जाता है. बवासीर में भी इसी तरह के लक्षण नजर आते हैं. लेकिन उस स्थिति में मल द्वार पर भी दर्द होता है. जबकि कोलन कैंसर में केवल मल में बार-बार खून आता है. यह सेहत के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. ऐसे में बिना देरी किए डॉक्टर से अपना चेक अप करवाना चाहिए. 
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.



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