Woman diagnosed with cancer at 100 age and beat disease at 101 she became an example for the world | 100 साल की उम्र में हुआ कैंसर, 101 में बीमारी को दी मात! इस महिला की कहानी दुनिया के लिए बनी मिसाल

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Woman diagnosed with cancer at 100 age and beat disease at 101 she became an example for the world | 100 साल की उम्र में हुआ कैंसर, 101 में बीमारी को दी मात! इस महिला की कहानी दुनिया के लिए बनी मिसाल



सोचिए, जब कोई 100 साल की उम्र पार कर लेता है, तो जिंदगी को लेकर उसका नजरिया ही बदल जाता है. अमेरिका की रहने वाली लेन होरविच (Layne Horwich) के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. 100 साल की उम्र पार करने के महज दो महीने बाद उन्हें पता चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है. लेकिन इस हिम्मती महिला ने हार नहीं मानी और 101 साल की उम्र में उन्होंने इस गंभीर बीमारी को मात दे दी.
लेन की कहानी न केवल उम्र के हर पड़ाव पर स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की सीख देती है, बल्कि यह भी बताती है कि आत्मविश्वास और सही फैसले किस तरह जिंदगी बचा सकते हैं.
ऐसे हुई बीमारी की पहचानलेन को एक रात नाइटगाउन पहनते समय सीने में गांठ महसूस हुई. उन्होंने इसे नजरअंदाज नहीं किया और अपनी पोती की मदद से तुरंत मैमोग्राम करवाया. जांच में सामने आया कि उन्हें स्टेज-1 ब्रेस्ट कैंसर है.
इलाज का रास्ता और हौसले की मिसालएनडेवर हेल्थ के हाईलैंड पार्क अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें तीन ऑप्शन दिए- कुछ न करें, दवा लें या सर्जरी कराएं. ज्यादातर लोग इस उम्र में ऑपरेशन से बचते हैं, लेकिन लेन ने सर्जरी का फैसला लिया. उनका कहना था कि मैं चाहती थी कि ये बाहर निकल जाए. मैं स्ट्रोक या हार्ट अटैक से नहीं जूझना चाहती थी जो मुझे पूरी तरह कमजोर कर देता. उनकी दायीं छाती में लिम्पेक्टॉमी की गई, जिसमें ट्यूमर को हटा दिया गया. खास बात ये रही कि ना उन्हें कीमोथेरेपी की जरूरत पड़ी, ना रेडिएशन की.
तेजी से की रिकवरीसर्जरी के बाद लेन ने जल्दी रिकवरी की और अपनी नियमित दिनचर्या को जारी रखा. डॉक्टरों के अनुसार, उनकी सेहत और जिंदादिली उम्र को मात देने वाली थी.
लंबी उम्र का राज क्या है?लेन अपने अच्छी सेहत का श्रेय पॉजिटिव सोच, बैलेंस डाइट, नियमित व्यायाम और मजबूत पारिवारिक रिश्तों को देती हैं – वो कहती हैं कि मैंने पढ़ना, कार्ड खेलना और टेनिस खेलते रहना नहीं छोड़ा. मैं 92 तक टेनिस खेलती रही. आज वे अपनी बेटियों, पोतों और परपोते-पोतियों के साथ खुशी से रह रही हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रही हैं कि कभी भी अपनी सेहत को नजरअंदाज न करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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