Last Updated:June 04, 2025, 08:27 ISTAgriculture News: किसान मोहम्मद साकिब ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय हम तीन बीघा में टिंडे की खेती कर रहे हैं. एक बीघा में करीब 5 से ₹6000 प्रति बीघा में खर्चा आ जाता है.इस समय अगर बाजारों में टिंडे ₹40 …और पढ़ेंX
टिंडे की खेती।यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसान अब नगदी वाली फसलों को उगाने में अधिक जोर दे रहे हैं जिस कारण किसानों कोअच्छा खासा मुनाफा भी होता है. मोहम्मदी तहसील क्षेत्र के गोमती नदी के पास खेतों में किसान इस समय टिंडे की खेती कर रहे हैं. किसान मोहम्मद साकिब ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय हम तीन बीघा में टिंडे की खेती कर रहे हैं. एक बीघा में करीब 5 से ₹6000 प्रति बीघा में खर्चा आ जाता है.
स्थानीय स्तर पर टिंडे की बिक्री इतनी अधिक हो रही कि जिले के खरीददार खेत से फसल को खरीद लेते हैं. अब अन्य जिलों से भी टिंडे की डिमांड आ रही है. टिंडे की बिक्री के साथ ही जैविक खाद भी तैयार कर लेते हैं. इस फसल से सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें रोग भी कम लगता है. उनके खेतों में उर्वरक शक्ति भी बढ़ती है. इसके साथ ही जमीन भी उपजाऊ बनी रहती है. वहीं फसल तैयार होने पर उसे बाजार ले जाने की भी कोई टेंशन नहीं है. टिंडे की अधिक मांग होने के कारण यह खेती से ही बिक जाती है.
टिंडे की खेती से लाखों काम रहेफल की तुड़ाई बुआई के 45-50 दिनों में शुरू हो जाती है. इस समय अगर बाजारों में टिंडे ₹40 से लेकर ₹45 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. किसान ने जानकारी देते हुए बताया कि कम लागत मेंअधिक मुनाफा टिंडे की खेती से कमाया जा सकता है. हमारे परिवार में बीते 20 वर्षों से लगातार सब्जी कीखती हो रही हैं.
Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradeshhomeagricultureटिंडे की खेती से यह किसान हुआ मालामाल, कम लागत में लाखों का मुनाफा