JEE Advanced 2025, IIT Admission: IIT कानपुर ने कल यानी 2 जून को JEE Advanced 2025 के नतीजे घोषित कर दिए.इस बार दो टॉपर्स के बराबर नंबर होने के बाद भी रजित गुप्ता को टॉपर घोषित किया गया.मतलब जेईई एडवांस्ड परीक्षा में राजित गुप्ता और सक्षम जिंदल दोनों ने ही 360 में से 332 नंबर हासिल किए, लेकिन टॉपर का ताज रजित गुप्ता के सिर सजा.वहीं सक्षम जिंदल को टॉपर्स लिस्ट में दूसरे नंबर पर जगह दी गई. दोनों ही IIT दिल्ली जोन से हैं. अब सवाल ये है कि जब नंबर बराबर थे, तो फिर रजित को AIR 1 और सक्षम को AIR 2 क्यों मिला? तो आपको बता दें कि जेईई एडवांस्ड परीक्षा में एक टाई ब्रेकिंग नियम होता है उसी के तहत ऐसा होता है. तो आइए समझते हैं कि ये टाई ब्रेकिंग नियम होता क्या है?
टाई-ब्रेकिंग का खेल
टाई ब्रेकिंग नियम के तहत जब दो या ज्यादा कैंडिडेट्स के नंबर बराबर होते हैं, तो JEE Advanced में टाई-ब्रेकिंग नियम लागू होते हैं.ये नियम तय करते हैं कि कौन सी रैंक किसे मिलेगी. विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक इस बार राजित गुप्ता को टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी के आधार पर पहला स्थान मिला. ये पॉलिसी कुछ इस तरह काम करती है:
ज्यादा नंबर वाले सब्जेक्ट्स: सबसे पहले, कैंडिडेट्स के मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री में अलग-अलग नंबर देखे जाते हैं. जिसके किसी एक या ज्यादा सब्जेक्ट में बेहतर स्कोर होता है,उसे ऊंची रैंक मिल सकती है.
पेपर-वाइज परफॉरमेंस: अगर सब्जेक्ट्स के नंबर भी बराबर हों,तो पेपर 1 और पेपर 2 के स्कोर को अलग-अलग चेक किया जाता है. जिसका किसी एक पेपर में ज्यादा स्कोर होता है, उसे प्राथमिकता मिलती है.
अन्य क्राइटेरिया: अगर फिर भी टाई नहीं टूटता,तो आयु या रजिस्ट्रेशन नंबर जैसे अतिरिक्त पैरामीटर्स देखे जा सकते हैं,लेकिन इसकी जानकारी कम ही सार्वजनिक होती है.
और ऐसे रजित गुप्ता निकले आगे?
जेईई एडवांस्ड के रिजल्ट में जब रजित गुप्ता और सक्षम जिंदल के अंक बराबर आए तो वहां टाई ब्रकिंग नियम लागू हुआ.ऐसे में इस मामले में रजित गुप्ता ने टाई-ब्रेकिंग नियमों में सक्षम जिंदल से बेहतर प्रदर्शन किया,जिसके चलते उन्हें AIR 1 मिला. हालांकि सक्षम का प्रदर्शन भी कमाल का था, और वो सिर्फ टाई-ब्रेकिंग के कारण AIR 2 पर रहे.
कौन हैं रजित और सक्षम?
कोटा के रहने वाले रजित ने बचपन से ही पढ़ाई में कमाल दिखाया. उन्होंने JEE Main 2025 में भी 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया था. उनकी सक्सेस का राज रहा कि वो अपनी गलतियों को दोहराते नहीं थे और पढ़ाई के साथ-साथ खुश रहने पर भी ध्यान देते थे. वो अब IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में BTech करना चाहते हैं. समक्ष जिंदल हरियाणा के हिसार के रहने वाले हैं. उनकी रुचि मैथ्स में थी जिसकी वजह से वह JEE की तैयारी करने लगे. सक्षम ने भी JEE Main में 100 पर्सेंटाइल हासिल किए और अब IIT बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस पढ़ना चाहते हैं.
टाई-ब्रेकिंग से क्या अंतर पड़ा?
रजित और सक्षम दोनों के टोटल मार्क्स बराबर थे,लेकिन टाई-ब्रेकिंग नियमों के तहत राजित ने किसी न किसी पैरामीटर में बढ़त बनाई. हो सकता है कि उनके मैथ्स या फिजिक्स के मार्क्स में मामूली अंतर रहा हो या फिर पेपर 1 और पेपर 2 के स्कोर में कोई फर्क रहा हो. IIT कानपुर ने इसकी डिटेल्स सार्वजनिक नहीं की है,लेकिन टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी के आधार पर राजित को टॉपर घोषित किया गया.
रंग लाई दोनों की मेहनत
JEE Advanced जैसे कठिन एग्ज़ाम में 332 नंबर लाना दोनों स्टूडेंट्स के लिए बड़ी उपलब्धि है.रजित और सक्षम दोनों की मेहनत रंग लाई.टाई-ब्रेकिंग नियमों ने भले ही रजित को AIR 1 दिलाया,लेकिन सक्षम का AIR 2 भी किसी मायने में कम नहीं है. दोनों ही IIT बॉम्बे में पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं.