Alarm snooze button is responsible for fatigue irritability obesity this morning mistake can prove costly | थकान, चिड़चिड़ापन, मोटापा… सबका जिम्मेदार है स्नूज बटन! सुबह की ये गलती पड़ सकती है भारी

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Alarm snooze button is responsible for fatigue irritability obesity this morning mistake can prove costly | थकान, चिड़चिड़ापन, मोटापा... सबका जिम्मेदार है स्नूज बटन! सुबह की ये गलती पड़ सकती है भारी



सुबह उठने के समय जब अलार्म बजता है, तो अक्सर हम उसे बंद करने की बजाय “स्नूज” बटन दबा देते हैं और सोचते हैं कि चलो कुछ देर और सो लें. लेकिन ये कुछ मिनटों की नींद हमारे शरीर और मेंटल हेल्थ पर भारी पड़ सकती है. एक हालिया शोध के अनुसार, यह आदत थकान, चिड़चिड़ापन, मोटापा और नींद से जुड़ी समस्याओं की अहम वजह बन सकती है.
मास जनरल ब्रिघम (Mass General Brigham) के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि 21 हजार से अधिक लोगों के 30 लाख से ज्यादा नींद से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण करने पर सामने आया कि लगभग 56% लोग रोज सुबह स्नूज बटन का इस्तेमाल करते हैं, और औसतन 11 मिनट एक्स्ट्रा सोते हैं. जबकि कुछ लोग ऐसे भी थे, जो हर दिन लगभग 20 मिनट तक स्नूज करते रहे.
स्लीप एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुबह की नींद में REM स्लीप (Rapid Eye Movement Sleep) होती है, जो दिमाग और शरीर की मरम्मत के लिए बेहद जरूरी है. लेकिन बार-बार स्नूज बटन दबाने से यह स्टेज बार-बार बाधित होता है और व्यक्ति गहरी नींद से हल्की नींद में चला जाता है, जिससे वह तरोताजा महसूस करने की बजाय और ज्यादा थका हुआ महसूस करता है.
कामकाजी दिनों में सबसे ज्यादा स्नूजशोध में यह भी सामने आया कि सोमवार से शुक्रवार के बीच स्नूज बटन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है, जबकि शनिवार और रविवार को इसकी आदत कम देखी गई. इससे यह भी पता चलता है कि बिजी लाइफस्टाइल और काम का दबाव भी इस आदत को बढ़ावा देता है.
सेहत पर पड़ता है बुरा असरस्नूज बटन की लत से न केवल नींद का पैटर्न बिगड़ता है, बल्कि इससे थकान, चिड़चिड़ापन, मोटापा, ध्यान की कमी और हॉर्मोनल असंतुलन जैसे गंभीर प्रभाव भी देखे जाते हैं. विशेषज्ञों की सलाह है कि अलार्म को उसी समय पर लगाएं जब आपको वास्तव में उठना है और पहली बार में ही उठ जाएं. यह आपकी नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाएगा और दिनभर एनर्जी बनी रहेगी.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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