Hemoglobin For Blood Donation: रक्तदान को जीवनदान कहा जाता है, क्योंकि इसके जरिए काफी लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है. ज्यादातर लोग हेल्दी होने पर ब्लड डोनेट कर सकते हैं. इसके डोनर बनने के लिए कुछ बुनियादी क्राइटेरिया को पूरा करना होता है. इसमें उम्र और वजन के अलावा हीमोग्लोबिन लेवल अच्छा होना जरूरी है. आइए डब्ल्यूएचओ (WHO) के हिसाब से जानते हैं कि खूनदान करने के लिए आपको कौन-कौन सी शर्तें पूरी करनी होगी.
उम्र
ब्लड डोनेट करने के लिए आपकी उम्र 18 से 65 साल के बीच होनी चाहिए.
-कुछ मुल्कों में, राष्ट्रीय कानून 16-17 वर्ष के बच्चों को रक्तदान करने की इजाजत देता है, बशर्ते वो जरूरी फिजिकल और हेमेटोलॉजिक क्राइटेरिया को पूरा करते हों और उचित सहमति हालिस की गई हो.
-कुछ देशों में, 65 साल से ज्यादा उम्र के रेगुलर डोनर को जिम्मेदार फिजिशियन के विवेक पर एक्सेप्ट किया जा सकता है. कुछ देशों में अपर एज लिमिट 60 साल है.
वजनखून देने के लिए आपका वजन कम से कम 50 किलोग्राम होना चाहिए. कुछ देशों में, होल ब्लड डोनेट करने वाले का वजन 350 मिलीलीटर ± 10% दान करने के लिए कम से कम 45 किलोग्राम होना चाहिए.
सेहत अगर आप ब्लड डोनेट करना चाहते हैं तो ये जरूरी है कि आपकी सेहत अच्छी होनी चाहिए. अगर आपको सर्दी, फ्लू, गले में खराश, जुकाम, पेट में संक्रमण या कोई दूसरे इंफेक्शन है तो आप दान नहीं कर सकते.
टैटू बनाने वाले क्या करें?अगर आपने हाल ही में टैटू या बॉडी पियर्सिंग करवाई है तो आप प्रोसीजर की तारीख से 6 महीने तक ब्लड डोनेट नहीं कर सकते. अगर बॉडी पियर्सिंग किसी रजिस्टर हेल्थ प्रोफेक्शनल ने की है और कोई सूजन पूरी तरह से ठीक हो गई है, तो आप 12 घंटे के बाद रक्तदान कर सकते हैं.
डेंटिस्ट के पास जाने वालेअगर आप किसी माइनर प्रोसीजर के लिए डेंटिस्ट के पास गए हैं तो आपको ब्लड डोनेट करने से पहले 24 घंटे इंतजार करना होगा. अगर ओरल केयर में कुछ बड़ा काम हुआ है तो एक महीने का इंतजार करें.
हीमोग्लोबिन लेवल क्या हो?
आप ब्लड डोनेशन के लिए मिनिमत हीमोग्लोबिन लेवल को पूरा नहीं करते हैं तो आपको रक्तदान नहीं करना चाहिए. इसके लिए अस्पताल या हेल्थ कैंप पर एक टेस्ट किया जाएगा. कई देशों में, महिलाओं के लिए हीमोग्लोबिन का लेवल 12.0 g/dl से कम नहीं और पुरुषों के लिए 13.0 g/dl से कम नहीं होना चाहिए.
हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के लिए क्या करें?
1. आयरन रिच डाइट लेंहरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी), अनार, चुकंदर, गुड़, दालें, और सूखे मेवे (किशमिश, खजूर, अंजीर) आयरन के अच्छे सोर्स हैं. मांस, मछली, और अंडे भी आयरन से भरपूर होते हैं.
2. विटामिन सी का सेवनआयरन के एब्जॉर्ब्शन को बढ़ाने के लिए विटामिन सी बेस्ड चीजें जैसे संतरा, नींबू, आंवला, टमाटर, और शिमला मिर्च खाएं.
3. फोलिक एसिड और विटामिन बी12 फोलिक एसिड के लिए दालें, हरी सब्जियां, और साबुत अनाज लें, वहीं विटामिन बी12 के लिए डेयरी प्रोडक्ट, अंडे, और मछली जरूरी हैं.
4. हाइड्रेशनपर्याप्त पानी पीएं ताकि शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बेहतर हो.
5. कुकिंग टिप्सलोहे के बर्तनों में खाना पकाएं, इससे भोजन में आयरन की मात्रा बढ़ती है.
6. कैफीन से परहेजचाय और कॉफी का सेवन भोजन के तुरंत बाद न करें, क्योंकि ये आयरन के एब्जॉर्ब्शन को कम करते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.