स्वाद का खजाना हैं सहारनपुर की ये मिठाईयां, बर्फी-काजू कतली भी इनके आगे फेल! विदेशों तक है डिमांड

admin

comscore_image

Last Updated:May 23, 2025, 11:00 ISTSaharanpur Famous Sweets: खाने-पीने की चीजों को लेकर सहारनपुर दूर-दूर तक अपनी छाप छोड़ता है. अगर आप सहारनपुर आ रहे हैं और अपने यहां की मिठाई नहीं खाई तो आपका सहारनपुर आना बेकार है. जी हां हम इसलिए कह रहे हैं क्…और पढ़ें सहारनपुर की पलंग तोड़ मिठाई अपने नाम के साथ-साथ खाने में भी लाजवाब है. सहारनपुर के नागल कस्बे में हाईवे किनारे पर बनने वाली पलंग तोड़ मिठाई अपने नाम से ही काफी फेमस है. यह मिठाई दिखने में नॉर्मल बर्फी जैसी होती है, लेकिन इसके नाम के चर्चा दूर-दूर तक है. वहीं इसका स्वाद भी अन्य मिठाइयों से बिल्कुल अलग है. इसलिए लोग दूर-दूर से आकर इस मिठाई को खरीदकर खाना पसंद करते हैं. पलंग तोड़ मिठाई कभी ₹40 किलो से बिकनी शुरू हुई थी जो आज ₹300 किलो बिक रही है. इस मिठाई को लोग सर्दियों में ज्यादा और गर्मियों में खाना कम पसंद करते हैं. सहारनपुर के कस्बा गंगोह में मोधु की यह दुकान 300 साल से ज्यादा पुरानी है. इस दुकान पर घेवर लेने के लिए लोग दूर-दराज से आते हैं. घेवर का दाम ₹400 किलो है. इस घेवर में चीनी नहीं डाली जाती है. इसको मीठा करने के लिए रबड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. जो कि इसके स्वाद को और बढ़ा देती है. रोजाना 100 किलो से अधिक घेवर इस दुकान पर बिक जाता है. सहारनपुर के गंगोह कस्बे में मोधू की लगभग 300 साल पुरानी दुकान है, जहां का पेड़ा अंग्रेजों के समय से ही लोकप्रिय था और इसे आज उनकी सातवीं पीढ़ी चला रही है. दुकान स्वामी मनोज कुमार गोयल हलवाई के साथ मिलकर मिठाई को विशेष तरीके से तैयार किया जाता है. जब ग्राहक पेड़ा खाकर तारीफ करते हैं, तो उनकी मेहनत सफल हो जाती है. इस दुकान पर कई बड़े नेता भी पेड़े का स्वाद चख चुके हैं. कुछ लोग इस पेड़ को पैक करा कर विदेशों तक ले जाते हैं. खाना खाने के बाद कुछ लोग मीठा खाना बहुत पसंद करते हैं, लेकिन अगर मिठाई में जलेबी हो तो मजा ही आ जाए. हम बात कर रहे हैं सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित 22 साल पुरानी शर्मा जी की जलेबी कॉर्नर दुकान की. यहां की जलेबी के सहारनपुर ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब, हिमाचल से आने वाले लोग भी दीवाने हैं, जो एक बार इनके यहां से जलेबी का स्वाद चख लेता है. वह बार-बार यहीं पर ही खाने आता है. शर्मा जी जलेबी को बनाने के लिए बेसन और दाल की पीठी का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि इस जलेबी के स्वाद को सबसे अलग बनाती है. सहारनपुर में तैयार होने वाली पेठे की मिठाई जो कि विभिन्न प्रकार की मिठाइयों को टक्कर देती है. शुद्धता में भी नंबर वन है. सहारनपुर के आईटीसी रोड पर नमन पेठा भंडार पिछले 10 साल से पेठा कद्दू से लगभग 12 प्रकार की पेठे की मिठाई बनाने का काम कर रहा है. फ्लेवर की बात करें तो सिंपल पेठा, प्लेन पेठा, गन्धेरी पेठा, इलायची पेठा, केसर पेठा, अंगूरी पेठा, हार्ट पेठा सहित 12 प्रकार के फ्लेवर ओर आकर पेठा मिठाई में मिल जाते है. त्योहारों में लोग इस शुद्ध मिठाई को खाना ज्यादा पसंद करते हैं यहां तक की हरियाणा, पंजाब, हिमाचल के लोग भी यहां से इस मिठाई को खरीद कर लेकर जाते हैं.homelifestyleस्वाद का खजाना हैं सहारनपुर की ये मिठाईयां, बर्फी-काजू कतली भी इनके आगे फेल!

Source link