आज के समय में गर्भनिरोधक गोलियां महिलाओं के लिए एक आम और सुविधाजनक ऑप्शन बन चुकी हैं. दुनिया भर में 100 मिलियन से भी ज्यादा महिलाएं इन गोलियों का उपयोग गर्भधारण से बचने के लिए कर रही हैं. लेकिन हाल ही में आई एक चिंताजनक रिसर्च ने इन गोलियों के सुरक्षित होने पर सवाल खड़े कर दिए हैं. रिसर्च के मुताबिक, यह पिल लेने वाली महिलाओं में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा तीन गुना ज्यादा बढ़ जाता है.
यूरोपियन स्ट्रोक ऑर्गनाइजेशन कॉन्फ्रेंस में पेश की गई इस रिसर्च में 18 से 49 साल की उम्र की 536 महिलाओं का डेटा विश्लेषण किया गया. इनमें से 268 महिलाएं ऐसी थीं जिन्हें अज्ञात कारणों से इस्केमिक स्ट्रोक हुआ था, जबकि बाकी 268 स्ट्रोक-मुक्त थीं. शोध में पाया गया कि जिन महिलाओं ने गर्भनिरोधक गोलियां ली थी, उनमें स्ट्रोक का खतरा तीन गुना ज्यादा था.
रिसर्च में क्या आया सामनेइस रिसर्च की अगुवाई कर रहीं इस्तांबुल यूनिवर्सिटी की न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. माइन सेजगिन ने कहा कि हमारे रिजल्ट्स पहले से मौजूद उन सबूतों की पुष्टि करते हैं, जो गर्भनिरोधक गोलियों और स्ट्रोक के खतरे को जोड़ते हैं. यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए चेतावनी है जिनमें स्ट्रोक के अन्य खतरे पहले से मौजूद हैं.
गर्भनिरोधक पिल्स खाने से क्या होता है?गर्भनिरोधक पिल्स में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजन नामक हार्मोन होते हैं, जो ओवुलेशन को रोकते हैं. हालांकि ये पिल 99% तक गर्भधारण रोकने में कारगर मानी जाती हैं, लेकिन इनके साथ कुछ गंभीर खतरे भी जुड़े हुए हैं, जिनमें खून के थक्के, हार्ट अटैक, कैंसर और अब स्ट्रोक भी शामिल हो गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एक स्वस्थ महिला में स्ट्रोक की संभावना वैसे भी बहुत कम होती है. फिर भी, डॉक्टरों को चाहिए कि वे इन पिल्स को प्रिस्क्राइब करने से पहले महिला की मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान से चेक करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.