फिल्म निर्माता और निर्देशक शेखर कपूर की बेटी और अभिनेत्री-गायिका कावेरी कपूर ने हाल ही में अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक बहुत ही जरूरी बात साझा की. कावेरी ने खुलासा किया कि वह ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD) से जूझ रही हैं.
ओसीडी के बारे में बात करते हुए कावेरी ने बताया कि अगर आप ओसीडी के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, तो यह ज्यादा चिंतन और विशेष मानसिक स्थितियों की वजह से होता है. इसमें एक ही विचार बार-बार मन में आता है, जैसे कि मैं सोचती हूं कि क्या मैंने लाइट बंद कर दी है या गीजर बंद कर दिया है, भले ही मुझे पता हो कि मैंने ऐसा किया है, फिर भी मैं बार-बार इसकी जांच करती हूं.
ओसीडी क्या है?
ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD) एक मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति के मन में बार-बार नकारात्मक या चिंताजनक विचार आते रहते हैं. इन विचारों के कारण व्यक्ति को खास प्रकार के व्यवहार को बार-बार दोहराने की आवश्यकता महसूस होती है. ओसीडी का कारण अक्सर तनाव, चिंता या जेनेटिक हो सकता है. यह मानसिक स्थिति समय के साथ बिगड़ सकती है, इसलिए डॉक्टरों का मानना है कि जल्दी पहचान और इलाज से अच्छे परिणाम मिलते हैं.
पॉजिटिव सोचने से कंट्रोल हो सकती है कंडीशन
कावेरी कपूर ने ओसीडी के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वह इसे पॉजिटिव सोच के जरिए कंट्रोल करती हैं. उन्होंने कहा कि जब भी मेरे मन में ओसीडी के विचार आते हैं, तो मैं अपना ध्यान दूसरी चीजों पर लगाने की कोशिश करती हूं. मैं ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक रहने की कोशिश करती हूं ताकि यह विचार मुझ पर हावी न हो जाएं.
ये सेलिब्रिटी भी OCD का शिकार
दीपिका पादुकोण ने भी एक इंटरव्यू में यह खुलासा किया था कि उन्हें ओसीडी है, लेकिन इससे उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होती. इसके अलावा अभिनेत्री विद्या बालन ने भी बताया था कि उन्हें साफ-सफाई के बारे में बहुत सोचने की आदत है और वह ओसीडी से प्रभावित हैं. विद्या ने यह भी बताया कि वह थेरेपी के माध्यम से इस स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही हैं.
ओसीडी का इलाज
ओसीडी का इलाज संभव है, लेकिन इसमें समय लगता है. क्लीवलैंड क्लिनिक की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओसीडी का इलाज आमतौर पर मनोचिकित्सक द्वारा किया जाता है, जो मरीज के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बातचीत करते हैं और उसके जीवन की जटिलताओं को समझने की कोशिश करते हैं. इसके साथ ही, तनाव कम करने और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए कुछ दवाइयां भी दी जाती हैं. ओसीडी से जूझ रहे लोग यदि समय रहते उपचार लें, तो वे इस स्थिति से बाहर निकल सकते हैं और एक सामान्य जीवन जी सकते हैं.
-एजेंसी-