How Much Should Blood Pressure Increase to Cause a Heart Attack World Hypertension Day 2025 17 May | हाई ब्लड प्रेशर यानी दिल की बीमारी की शुरुआत, लेकिन कितना लेवल बढ़ने पर आ सकता है हार्ट अटैक?

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How Much Should Blood Pressure Increase to Cause a Heart Attack World Hypertension Day 2025 17 May | हाई ब्लड प्रेशर यानी दिल की बीमारी की शुरुआत, लेकिन कितना लेवल बढ़ने पर आ सकता है हार्ट अटैक?



Blood Pressure and Heart Attack: ब्लड प्रेशर आपकी दिल की सेहत को बयां करता है. जब ये बहुत ज्यादा हो जाता है, तो ये हार्ट पर प्रेशर डाल सकता है, आर्टरीज को नुकसान पहुंचा सकता है, और हार्ट अटैक के खतरे को काफी बढ़ा सकता है. लेकिन बीपी में कितना इजाफा इतना खतरनाक होता है कि ये दिल के दौरे की वजह बन जाए. इसके लिए हमने डॉ. इमरान अहमद (Imran Ahmad) से बात की.

कितनी रीडिंग खतरनाक?एक नॉर्मल ब्लड प्रेशर रीडिंग तकरीबन 120/80 मिमी एचजी होती है. हाइपरटेंशन को डायग्नोस तब किया जाता है जब रीडिंग लगातार 130/80 मिमी एचजी से ज्यादा हो जाती है. हार्ट अटैक का खतरा ब्लड प्रेशर के किसी भी बढ़े हुए लेवल के साथ बढ़ने लगता है, लेकिन ये खास तौर से अहम हो जाता है जब सिस्टोलिक (अपर) रीडिंग 180 मिमी एचजी से ऊपर या डायस्टोलिक (लोअर) रीडिंग 120 मिमी एचजी से ज्यादा हो जाती है. इस लेवर को हाइपरटेंसिव क्राइसिस के तौर पर जाना जाता है और इसके लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है.
क्यों आता है हार्ट अटैक?हाई ब्लड प्रेशर धमनियों में प्लाक के जमाव के कारण तंग और सख्त होकर हार्ट अटैक का कारण बनता है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) के रूप में जाना जाता है. ये हार्ट में ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा करता है. अगर खून का थक्का बन जाता है और एक नैरो आर्टरी को ब्लॉक कर देता है, तो ये दिल के दौरे का कारण बन सकता है.
सिर्फ बीपी नहीं है विलेनहालांकि, हार्ट अटैक ब्लड प्रेशर में एक बार अचानक इजाफा होने से नहीं होता है. ये आमतौर पर लंबे वक्त तक हाई बीपी और स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, मोटापा और स्ट्रेस जैसे दूसरे फैक्टर्स का नतीजा होता है. फिर भी, बीपी में अचानक और गंभीर इजाफा, खासकर 180/120 मिमी एचजी से ऊपर, हार्ट अटैक या स्ट्रोक समेत एक्यूट हार्ट इवेंट को जन्म दे सकता है.
कोई एग्जैक्ट नंबर नहींहालांकि ऐसा कोई सटीक बीपी नंबर नहीं है जो हार्ट अटैक की गारंटी देती है, ब्लड प्रेशर में लगातार या ज्यादा इजाफा जोखिम को काफी बढ़ा देता है. बीपी को कंट्रोल में रखने और हार्ट से जुड़े कॉम्पलिकेशंस को रोकने के लिए रेगुलर मॉनिटरिंग, लाइफस्टाइल में चेंजेज और डॉक्टर की सलाह पर दवा जरूरी हैं. अगर ब्लड प्रेशर खतरनाक तौर से हाई लेवल पर पहुंच जाता है, तो तुरंत इमरजेंसी केयर को चुनें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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