Virat Kohli Retirement Latest News: विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर सबको हैरान कर दिया है. उन्होंने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम चुने जाने से ठीक पहले यह फैसला लिया. कोहली ने इंस्टाग्राम पर अपने 14 साल के टेस्ट करियर को अलविदा कहने का ऐलान किया. भारत के लिए 123 टेस्ट खेलने वाले इस स्टार को महान खिलाड़ियों को श्रेणी में रखा जाता है. उन्होंने अपने दम पर कई टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाई है. उन्होंने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट को अलविदा कहा था. अब टेस्ट को भी बाय-बाय कह दिया है.
आखिरी सीरीज में नहीं मिली जीत
कोहली ने 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए थे. उन्होंने इस फॉर्मेट में 30 शतक और 31 अर्धशतक ठोके. रिकॉर्ड किंग के नाम से मशहूर इस दिग्गज का उच्चतम स्कोर नाबाद 254 रन रहा. विराट ने अपना आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेला था. सिडनी में खेले गए उस मुकाबले में टीम इंडिया को हार मिली थी. कोहली जीत के साथ विदा नहीं हो पाए. उनकी आखिरी सीरीज में भारतीय टीम बुरी तरह हारी थी.
ये भी पढ़ें: विराट कोहली ने टेस्ट से लिया संन्यास, इंग्लैंड दौरे से पहले किया बड़ा ऐलान
क्या कप्तानी नहीं मिलने पर लिया संन्यास?
रोहित शर्मा ने जब पिछले हफ्ते 7 मई को संन्यास लिया तो टीम मैनेजमेंट ने नए कप्तान की तलाश शुरू कर दी. उसने शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत को शॉर्टलिस्ट किया. इनमें बुमराह को वर्कलोड के कारण कप्तानी नहीं देने का फैसला किया गया. अभी रेस में गिल और पंत शामिल हैं. इसी बीच खबर आई कि कोहली फिर से कप्तानी चाह रहे हैं, लेकिन बोर्ड उन्हें मौका नहीं देना चाहता. इस बात की पुष्टि न तो विराट ने की है और न ही बीसीसीआई ने, लेकिन पिछले कुछ दिनों से चर्चा यही थी कि विराट इंग्लैंड में कप्तानी करना चाहते हैं. सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि हो सकता है विराट और बीसीसीआई के बीच अहम की लड़ाई हो और इस कारण दिग्गज ने कप्तानी छोड़ दी.
फॉर्म भी एक बड़ा कारण
कोहली के संन्यास के पीछे फॉर्म पर भी एक बड़ा कारण है. वह पिछले 3-4 सालों से टेस्ट में उस तरह का खेल नहीं दिखा पाए हैं जिसके लिए वह मशहूर हैं. विराट 2020 से 69 पारियों में सिर्फ 30.72 की औसत से रन बना पाए हैं. उनके खाते से इस दौरान 2028 रन निकले हैं. कोहली ने 2020 से क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में 3 शतक ही लगाए हैं. 2020 से पहले उनके करियर को देखें तो वह शानदार रहा था. कोहली ने 141 पारियों में 54.97 की औसत से 7202 रन बनाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से 27 शतक निकले हैं. हाल के समय में खराब प्रदर्शन के कारण उनकी आलोचना भी काफी हुई है. यह बात विराट भी जानते थे और वह एक बार फिर से उम्मीदों का पहाड़ ढोने के लिए तैयार नहीं हुए.
ये भी पढ़ें: विराट का संन्यास: ये खतरनाक बल्लेबाज भरेगा उनकी जगह, युवराज की तरह करता है बैटिंग
कोहली ने क्या कहा?
कोहली ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा, ”टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो गए हैं. ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे किस सफर पर ले जाएगा. इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर अपने साथ रखूंगा.”
यह आसान नहीं: विराट
कोहली ने कहा, “सफेद कपड़ों में खेलना बहुत ही निजी अनुभव होता है. शांत रहना, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं. जैसे ही मैं इस प्रारूप से दूर हो रहा हूं, यह आसान नहीं है – लेकिन यह सही लगता है. मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है. मैं दिल से आभार के साथ जा रहा हूं – खेल के लिए, उन लोगों के लिए जिनके साथ मैंने मैदान साझा किया और हर एक व्यक्ति के लिए जिसने मुझे इस दौरान महसूस कराया. मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा.”