Last Updated:May 10, 2025, 12:28 ISTनिसंतान दंपतियों के लिए सतोहा का शांतनु कुंड एक वरदान साबित हो रहा है. कुंड में स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. यही कारण है कि सैकड़ों लोग शांतनु बिहारी के दर्शन करने के लिए हर दिन मंदिर पहुंचते हैं. पितामह भीष्म के पिता शांतनु ने भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में हजारों वर्ष तपस्या की. शांतनु कुंड में एक मात्र स्नान से संतान की प्राप्ति होती है. हजारों लोगों को इस कुंड में स्नान करने का फल भी मिल चुका है. भगवान श्री कृष्ण की ऐसी कई लीलाएं हैं जिनके ब्रज में प्रमाण मिल जाएंगे. इन्हीं लीलाओं की साक्षी है शांतनु की तपस्थली. यहां बने कुंड में स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. हजारों लोगों को संतान की प्राप्ति होने पर शांतनु बिहारी के दर्शन करने आते हैं. निसंतान दंपतियों के लिए सतोहा का शांतनु कुंड एक वरदान साबित हो रहा है. कुंड में स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. यही कारण है कि सैकड़ों लोग शांतनु बिहारी के दर्शन करने के लिए हर दिन मंदिर पहुंचते हैं. शांतनु बिहारी मंदिर के महंत नरसिंह दास महाराज ने बताया कि विष्णु के पिता शांतनु ने कई हजार साल बैठकर यहां तप किया था. भगवान श्री कृष्ण ने उनके तप से प्रसन्न होकर उन्हें दर्शन दिए थे. सतयुग और त्रेता युग में उन्होंने अपनी तपस्या पूरी की. श्री कृष्ण ने शांतनु को वरदान दिया था कि जो भी इस कुंड में स्नान करेगा उसे संतान की प्राप्ति होगी. हजारों लोगों को संतान की प्राप्ति हो चुकी है. महंत ने बताया कि भरतपुर के राजा विश्वेंद्र ने भी इस कुंड में स्नान किया था, तो उन्हें भी संतान की प्राप्ति हुई थी. मंदिर का जीर्णोद्धार लगभग 12 वर्ष पहले कराया गया था. शांतनु की तपस्थली के चारों ओर तलाब नुमा एक खाई बनी हुई है. इसे शांतनु कुंड के नाम से जाना जाता है. सतोहा निवासी भावना नाम की महिला ने बताया कि शांतनु कुंड की बहुत ही मान्यता है. यहां स्नान करने से निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है. भावना ने बताया कि मेरी शादी को 6 साल हो गए और 6 साल बाद मुझे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है. मंदिर के महंत के द्वारा मुझसे शांतनु कुंड में स्नान करने के लिए कहा गया था. मैंने अपने पति के साथ कुंड में स्नान किया और उसके 1 साल बाद मुझे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. यहां से कोई भी खाली नहीं जाता है. शांतनु बिहारी भगवान यहां आने वाले व्यक्ति की मनोकामना पूरी करते हैं. वहीं स्थानीय निवासी उमेश शर्मा ने बताया कि मेरे साले की पत्नी को भी पुत्र प्राप्ति हुई है. उन्होंने कहा कि मेरी मामी को भी शांतनु कुंड में स्नान करने के बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है. विश्वास होना चाहिए भगवान सबकी मनोकामना पूरी करते हैं.homefamily-and-welfareशांतनु कुंड में स्नान से होती है निसंतानों को संतान प्राप्ति, जानिए मान्यताएं