क्या आपने कभी सोचा है कि जलवायु परिवर्तन केवल गर्मी या बाढ़ तक सीमित नहीं है? अब एक और अदृश्य खतरा हमारी ओर बढ़ रहा है- एक खतरनाक फंगस जो जानलेवा साबित हो सकता है. बढ़ते तापमान और आद्र्रता ने इस फंगस को फैलने का नया रास्ता दे दिया है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह समस्या आने वाले वर्षों में दुनिया भर में तबाही का कारण बन सकती है.
एस्परगिलस फ्यूमिगेटस (Aspergillus fumigatus) नामक यह फंगस तेजी से यूरोप, एशिया और अमेरिका में अपने पांव पसार रहा है. एक हालिया अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन इस फंगस के लिए अच्छी परिस्थितियां बना रहा है जिससे यह ज्यादा क्षेत्रों में फैल सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अब भी सतर्कता नहीं बरती गई, तो यह लाखों लोगों को गंभीर फेफड़ों की बीमारियों में झोंक सकता है.
यह फंगस विशेष रूप से उन लोगों के लिए खतरनाक है जिन्हें पहले से अस्थमा, सिस्टिक फाइब्रोसिस या कमजोर इम्यून सिस्टम जैसी समस्याएं हैं. एस्परगिलस फ्यूमिगेटस गर्म और नम वातावरण में पनपता है और हवा में इसके बीजाणु मौजूद होते हैं, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. सामान्य लोगों को इससे खतरा कम होता है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह घातक साबित हो सकता है.
एक्सपर्ट का क्या कहना?विशेषज्ञ नॉर्मन वैन रीन ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम एक ऐसे प्वाइंट की ओर बढ़ रहे हैं जहां फंगल इन्फेक्शन सामान्य बात हो जाएगी. आने वाले 50 वर्षों में लोग किन फंगस से संक्रमित होंगे और कहां ये उगेंगे, यह पूरी तरह बदल जाएगा. खतरनाक बात यह भी है कि यह फंगस कम्पोस्ट और यहां तक कि चेर्नोबिल जैसे रेडियोएक्टिव क्षेत्रों में भी जीवित रह सकता है. इसका मतलब यह है कि यह ज्यादा प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपना अस्तित्व बनाए रखने में सक्षम है.
कैसे बचें इस जानलेवा फंगस से?* कम्पोस्ट, कंस्ट्रक्शन साइट और गीले इलाकों से बचें.* बागवानी या धूल भरे स्थानों में काम करते समय मास्क पहनें.* घर को सूखा और हवादार रखें.* यदि फेफड़ों से संबंधित समस्या हो, तो डॉक्टर से नियमित सलाह लें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.