ऑस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने IPL में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी पर सवाल खड़े किए हैं और उनके फैसलों को गलत माना है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने शनिवार को खेले गए आईपीएल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 213 रन बनाए, जिसके जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 211 रन ही बना सकी. इसके साथ ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की यह सीजन की आठवीं जीत रही और टीम प्लेऑफ के बेहद करीब पहुंच गई है. साथ ही, प्वाइंट टेबल में टॉप पर पहुंच गई. वहीं, चेन्नई सुपर किंग्स को नौवीं हार झेलनी पड़ी, जिससे उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है.
CSK से हो गई बड़ी गलती
दरअसल, मैच उस वक्त पलट गया जब खलील अहमद ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पारी के दौरान 19वें ओवर में 33 रन लुटा दिए थे. जबकि 18वें ओवर तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का स्कोर 159/5 था. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के विस्फोटक बल्लेबाज रोमारियो शेफर्ड ने 19वें ओवर में खलील अहमद की गेंदों पर 6, 6, 4, 6, N6, 0, 4 जड़ दिए. रोमारियो शेफर्ड ने खलील अहमद की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाकर रख दी और ओवर में कुल 33 रन बटोर लिए. रोमारियो शेफर्ड ने 14 गेंदों पर नाबाद 53 रन बनाए.
धोनी पर गिलक्रिस्ट ने उठाए सवाल
रोमारियो शेफर्ड ने 378.57 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग करते हुए 4 चौके और 6 छक्के लगाए. रोमारियो शेफर्ड ने अपनी कातिलाना बल्लेबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का स्कोर 213 रन तक पहुंचाया. एडम गिलक्रिस्ट ने खलील अहमद को 19वां ओवर सौंपने के लिए महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी की आलोचना की है. एडम गिलक्रिस्ट के मुताबिक 19वें ओवर में खलील अहमद की जगह अंशुल कंबोज या रवींद्र जडेजा को गेंदबाजी देनी चाहिए थी. खलील अहमद ने अपने तीन ओवर के स्पेल में 65 रन लुटा दिए.
रवींद्र जडेजा एक्स्ट्रा ओवर डाल सकते थे
एडम गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘रणनीतिक रूप से, मुझे नहीं पता कि क्या कोई बड़ा अंतर हो सकता था, लेकिन खलील को वापस गेंदबाजी के लिए लाना जोखिम भरा था, क्योंकि उन्होंने पहले ही अपने दो ओवरों में लगभग 32 रन दे दिए थे. शायद वह (धोनी) गेंदबाजी के लिए अंशुल कंबोज को भेज सकते थे. नूर अहमद ने जिस तरह से गेंदबाजी की, उसे देखते हुए रवींद्र जडेजा को एक एक्स्ट्रा ओवर डालने के लिए उतारा जा सकता था, उन्होंने 45 डॉट बॉल भी फेंकी थी.’
जख्मों पर बेरहमी से छिड़का नमक
एडम गिलक्रिस्ट ने सवाल उठाया कि क्या रिटायरमेंट के करीब आने के बाद धोनी की रणनीति में कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘वह (एमएस) कभी भी उत्साहित नहीं होते या कोई साफ भावनाएं नहीं दिखाते कि वह परेशान हैं. मुझे बस आश्चर्य है कि क्या उनका दिमाग अभी भी उनके लिए उतनी ही चतुराई से काम कर रहा है, जितनी हमेशा से करता आया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि वह करियर के अंत के करीब पहुंच रहे हैं. चाहे वह इस साल हो या अगले साल, जो भी हो. मैं उनकी कप्तानी की कड़ी आलोचना नहीं करना चाहता, क्योंकि मुझे लगता है कि कुछ खराब गेंदबाजी ने उन्हें निराश किया है.’