IND vs AUS, Delhi Test Match 2008: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट के मैदान पर भिड़ंत हमेशा से ही रोमांचक रही है. फिर चाहे वह टेस्ट, वनडे या टी20… कोई भी फॉर्मेट हो. आज हम उस टेस्ट मैच की कहानी लेकर आए हैं, जिसमें टीम इंडिया की एक जोड़ी के आगे कंगारू गेंदबाज विकेट को तरसते नजर आए. इस जोड़ी ने एक ही पारी में दोहरे शतक जमाकर कंगारू टीम के हौसले पस्त कर दिए थे. यह मुकाबला 2008 में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में खेला गया, जब ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर आई थी.
विकेट को तरस गए कंगारू
मैच में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे अनिल कुंबले ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी. टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, क्योंकि 27 रन के टीम स्कोर पर वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ चलते बने. सचिन तेंदुलकर ने ओपनर गौतम गंभीर के साथ तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी जरूर की, लेकिन मिचेल जॉनसन ने तेंदुलकर को आउट कर इस पार्टनरशिप को तोड़ा और भारत को बड़ा झटका दिया. इसके बाद कंगारू बॉलर्स विकेट के लिए 250 से भी ज्यादा रनों तक विकेट विकेट के लिए तरसते रह गए. 5वें नंबर पर आए वीवीएस लक्ष्मण ने गंभीर के साथ मिलकर रिकी पोंटिंग की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया टीम के हौसले तोड़ दिए.
लक्ष्मण-गंभीर ने ठोके दोहरे शतक
लक्ष्मण और गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक गेंदबाजी अटैक की धज्जियां उड़ाते हुए चौथे विकेट के लिए 278 रनों की बड़ी पार्टनरशिप की. ब्रेट ली, मिचेल जॉनसन, शेन वॉटसन जैसे दिग्गज इस जोड़ी के आगे बेबस दिखे. गंभीर ने 206 रन की पारी खेली तो लक्ष्मण 200 रन बनाकर नाबाद रहे. गंभीर की पारी में 26 चौके और एक छक्के शामिल रहे. वहीं, लक्ष्मण ने 21 चौके लगाए. लक्ष्मण और गंभीर के दोहरे शतकों से भारत ने 613/7 रन बनाकर पहली पारी घोषित की. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 577 रन बनाए. दूसरी पारी में भारत ने 208/5 रन बनाकर इनिंग्स डिक्लेयर की. टारगेट का पीछा करते हुए आखिरी दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 31/0 रहा और मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ.
इतिहास में दर्ज हुआ नाम
लक्ष्मण और गंभीर ने इस मैच में लगाए दोहरे शतक से रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया. दरअसल, टेस्ट मैच की एक ही पारी में दो बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए दोहरे शतक के क्लब में वीवीएस और गंभीर का नाम भी है. भारत की तरफ से ऐसा सिर्फ एक ही बार हुआ है, जो गंभीर-लक्ष्मण ने 2008 में किया था. ऐसा इतिहास में बहुत कम बार हुआ है, जब टेस्ट मैच की एक ही पारी में दो बल्लेबाजों में दोहरे शतक बनाए.
भारत ने जीती थी सीरीज
चार टेस्ट मैचों की यह सीरीज भारत ने 2-0 से अपने नाम की थी. पहला और तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा, जबकि दूसरा और चौथा मुकाबला जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज पर कब्जा जमाया. मोहाली में हुआ दूसरा टेस्ट भारत ने 320 रनों से जीता था, जबकि नागपुर में खेले गए सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया ने कंगारुओं को 172 से शिकस्त देकर उन्हें विदा किया.