Medical Value Travel: भारत में हेल्थकेयर सर्विसेस को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है. अब आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि केंद्र सरकार एक ऑनलाइन पोर्टल पर काम कर रही है, जिसका उद्देश्य ग्लोबल हेल्थकेयर डेस्टिनेशन के तौर पर देश की स्थिति को मजबूत करना है. राज्य मंत्रीने कहा कि नया डिजिटल प्लेटफॉर्म हॉस्पिटल, सर्विस प्रोवाइडर, ट्रैवल एजेंट, होटल, ट्रांसलेटर और दूसरी सपोर्ट फीचर्स को एक ही प्लेस पर इंटीग्रेट करेगा.
एक प्लेटफॉर्म पर सबकुछप्रतापराव जाधव ने फिक्की के ‘मेडिकल वैल्यू ट्रैवल’ (MVT) कॉन्फ्रेंस में अपने संबोधन में कहा, “हमारा टारगेट ट्रीटमेंट से लेकर सफर के इंतजाम तक और इलाज के बाद की देखभाल को लेकर मरीजों के तजुर्बे को बेहतर बनाना है.” सरकार की रणनीति में हेल्थकेयर इकोसिस्टम को अहम शहरों से आगे बढ़कर टियर-2 और टियर-3 क्षेत्रों तक बढ़ाना भी शामिल है.
प्राइवेट प्लेयर्स की मददइसके अलावा, सरकार ‘मेडिकल वैल्यू ट्रैवल’ प्रॉसेस को बेहतर बनाने के लिए प्राइवेट प्लेयर्स के साथ अपने सहयोग को मजबूत करना चाहती है. मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को मेडिकल टूरिज्म भी कहा जाता है, इसमें उन मरीजों को शामिल किया जाता है जो किसी हेल्थकेयर सर्विस के लिए फॉरेन ट्रैवल करते हैं.
रेगुलेशन भी जरूरीनीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने अपने भाषण में इस क्षेत्र में रेगुलेशन की अहमियत पर बात की. उन्होंने उद्योग जगत के प्लेयर्स से स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं के लिए अनुपालन बोझ को कम करने के तरीकों पर सुझाव देने का भी आग्रह किया.
भरोसा बढ़ेगाउन्होंने कहा, “मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के विकास में वीजा सुविधा अहम भूमिका निभाती है, जो अलग-अलग देशों के बीच पारदर्शिता और ट्रस्ट बिल्डिंग की जरूरत को उजागर करती है.” टेलीमेडिसिन को लेकर पॉल ने कहा कि दूसरे देशों में मरीजों को दूर से सलाह देते समय कानूनी चुनौतियां पैदा होती हैं।
उन्होंने टेलीमेडिसिन में भारत की अहम खासियत को देखते हुए देश को इन मुद्दों को संबोधित करने में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया. भारत का एमवीटी बाजार (मेडिकल वैल्यू ट्रैवल मार्केट) 2024 में 7.69 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया और 2029 तक इसके 14.31 बिलियन डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है.
भारत की रैंकिंगदेश मौजूदा वक्त में ग्लोबल मार्केट शेयर का 18 फीसदी रखता है, जो एमवीटी इंडेक्स में दुनिया में 10वें स्थान पर है. सरकार के नए डिजिटल पोर्टल से इंटरनेशनल पेशेंट के लिए भारत की हेल्थकेयर सर्विसेस को बढ़ाने और देश की अलग अलग मेडिकल सर्विसेज को ग्लोबल लेवल पर प्रमोट करने में अहम रोल अदा करने की उम्मीद है.
(इनपुट-आईएएनएस)