Psoralea Seed: प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में बताई गई सैंकड़ों औषधीय जड़ी-बूटियों में से एक खास अहमियत रखने वाली जड़ी-बूटी है बाकुची. इसे ‘बावची’ या ‘बकुची’ के नाम से भी जाना जाता है, इसका साइंटिफिक नेम Cullen corylifolium है. आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों में बाकुची का इस्तेमाल त्वचा से जुड़ी बीमारियों के उपचार से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों तक में किया जाता रहा है.
बाकुची के फायदे
1. स्किन के लिए अच्छारिसर्च गेट की अक्टूबर 2021 की एक रिसर्च के मुताबिक, बाकुची खास तौर से स्किन डिजीज के इलाज में मशहूर है. इसके बीजों में मौजूद एक्टिव कंपाउंड प्सोरालेन, सूरज की रोशनी के साथ मिलकर मेलानिन प्रोडक्शन को स्टिमुलेट करता है, जिससे सफेद दाग (विटिलिगो), सोरायसिस, एक्जिमा, और खुजली जैसी परेशानियों में राहत मिल सकती है. बाकुची का तेल त्वचा पर लगाने से निखार आता है और संक्रमण कम होते हैं.
2. कई बीमारियों में असरदारआयुर्वेद में बाकुची को कफ-वात शामक माना गया है और इसे दीपन, पाचन, रक्तशोधक, और वृष्य (प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली) औषधि के रूप में वर्णित किया गया है. ये जड़ी-बूटी लिवर डिसऑर्डर, बवासीर, पेट के कीड़े, व्रण (घाव) और मूत्र संबंधी समस्याओं में भी लाभकारी मानी जाती है.
3. हड्डियों की मजबूतीबाकुची हड्डियों को मजबूत करने में मदद करती है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हड्डियों और जोड़ों की सूजन कम करने में मददगार होते हैं. गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों में बाकुची फायदेमंद साबित हो सकती है.
4. कैंसर से बचावहाल के कुछ रिसर्च से पता चला है कि बाकुची में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो कैंसर सेल्स के ग्रोथ को रोकने में सक्षम हैं. इसके अलावा, बाकुची ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद कर सकती है, जिससे ये डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है.
इस बात का रखें ख्यालहालांकि बाकुची प्राकृतिक औषधि है, लेकिन इसका हद से ज्यादा इस्तेमाल या बिना सलाह के सेवन शरीर पर बुरा असर डाल सकता है. खास तौर से इसकी त्वचा पर सीधी प्रतिक्रिया, फोटोसेंसिटिविटी (धूप में जलन) जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं इसलिए इसका उपयोग किसी विशेषज्ञ आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर की सलाह से ही करें.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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