भारत ने 29 साल पहले आज ही के दिन पाकिस्तान को सबसे बड़ा घाव दिया था. वर्ल्ड कप 1996 में पाकिस्तान की टीम डिफेंडिंग चैंपियंस की हैसियत से उतरी थी. भारत ने 9 मार्च 1996 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल मैच में पाकिस्तान को 39 रनों से कभी नहीं भूलने वाली शिकस्त दी थी. पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद के इंटरनेशनल करियर का यह आखिरी मुकाबला साबित हुआ.
भारत ने पाकिस्तान को दिया था बड़ा घाव
9 मार्च 1996 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 93 रनों की बदौलत 287 रन बनाए. पाकिस्तान ने बेहतरीन शुरुआत की लेकिन अनिल कुंबले (3 विकेट) और वेंकटेश प्रसाद (3 विकेट) की गेंदबाजी के आगे पूरी टीम 248 रनों पर पवेलियन लौट गई और 39 रनों से मुकाबला हार गई. नवजोत सिंह सिद्धू इस मैच में ‘मैन ऑफ द मैच’ बने थे.
भारत ने 287/8 का मजबूत स्कोर बनाया
नवंबर 1989 में नेहरू कप फाइनल के बाद पाकिस्तान 9 मार्च 1996 को भारत में अपना पहला मैच खेल रहा था. यह चिन्नास्वामी स्टेडियम में फ्लडलाइट में खेला गया पहला आधिकारिक मैच भी था. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. नवजोत सिंह सिद्धू के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने 287/8 का मजबूत स्कोर बनाया. नवजोत सिंह सिद्धू और सचिन तेंदुलकर ने पहले विकेट के लिए 90 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बाद मास्टर ब्लास्टर अता-उर-रहमान की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे.
जडेजा ने 25 गेंदों पर 45 रन की तेज पारी खेली
भारत लगातार अंतराल पर विकेट खोता रहा, लेकिन हर बल्लेबाज ने शानदार योगदान दिया और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया. अजय जडेजा ने आक्रामक अंदाज में पारी की शुरुआत की और 25 गेंदों पर 45 रन की तेज पारी खेली. अजय जडेजा ने चार चौके और दो छक्के लगाए, लेकिन वकार यूनिस ने उन्हें आउट कर दिया. पाकिस्तान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार शुरुआत की. पहले 10 ओवर में पाकिस्तान ने बिना कोई विकेट खोए 84 रन बनाए.
मियांदाद का खत्म हो गया था करियर
वेंकटेश प्रसाद और अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और 6 विकेट लेकर अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाया. पाकिस्तान ने आखिरकार 248/9 का स्कोर बनाया और वह 39 रन से मैच हार गया. 1992 वर्ल्ड कप को मिलाकर यह पाकिस्तान की भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप में दूसरी हार थी. यह मैच जावेद मियांदाद का आखिरी इंटरनेशनल मैच भी था. 1996 वर्ल्ड कप में मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम सेमीफाइनल में अंतिम चैंपियन श्रीलंका से हार गई.
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