Last Updated:March 07, 2025, 23:50 ISTRed diamond guava farming : ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई के बाद उन्होंने खेती में अपनी किस्मत आजमाई और आज कृषि क्षेत्र का माना जाना नाम हैं. इस समय डेढ़ एकड़ में रेड डायमंड और ताइवान पिंक की खेती कर रहे हैं. X
रेड डायमंड अमरूद.गोंडा. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक किसान ने पहली बार रेड डायमंड अमरूद की खेती की शुरू की और बंपर फायदे में है. इस अमरूद में सामान्य अमरूद के मुकाबले स्वाद और क्वालिटी काफी अच्छी होती है. इसके पौधे कोलकाता से मंगाए गए हैं. लोकल 18 से बातचीत में प्रगतिशील किसान अक्षयवर सिंह बताते हैं कि उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की. उसके बाद किसानी में अपनी किस्मत आजमाई. वे इस समय करीब डेढ़ एकड़ में रेड डायमंड और ताइवान पिंक अमरूद की खेती कर रहे हैं.
मेहनत और लागत कम
अक्षयवर सिंह बताते हैं कि उन्होंने बीएससी बीएड तक की पढ़ाई की है. उसके बाद टीचर की नौकरी मिल गई. नौकरी से रिटायर होने के बाद उन्होंने खेती किसानी शुरू की. अक्षयवर के अनुसार, हमें बचपन से ही खेती किसानी का शौक था. नौकरी के साथ-साथ खेती भी किया करते थे. किसान अक्षयवर पारंपरिक खेती छोड़कर रेड डायमंड और ताइवान पिंक अमरूद की खेती लगभग डेढ़ एकड़ में कर रहे हैं. अमरूद की खेती में पारंपरिक खेती के मुकाबले मेहनत और लागत बहुत कम है और मुनाफा भी अधिक है.
कहां से मिला आइडिया
अक्षयवर सिंह बताते हैं कि उन्हें बगल के किसान सुशील निषाद को देखकर अमरूद की खेती का आइडिया आया. सुशील लगभग एक एकड़ में ताइवान पिंक अमरूद की खेती कर रहे हैं. रेड डायमंड और ताइवान पिंक वैरायटी का अमरूद है. रेड डायमंड अमरूद की खेती की शुरुआत गोंडा में सबसे अक्षयवर ने की है.
कितने दिन बाद फल
अक्षयवर सिंह का कहना है कि अमरूद लगाने के 6 महीने बाद फूल और फल आना शुरू हो जाता है लेकिन पहली बार फूल को तोड़ दिया जाता है क्योंकि पौधा काफी छोटा होता है. फूल तोड़ने के कारण पौधा अच्छे से सरवाइव करता है. जब दोबारा फूल आता है तभी उससे फल लेते हैं.
Location :Gonda,Uttar PradeshFirst Published :March 07, 2025, 23:50 ISThomeagricultureये किसान उगा रहा रेड डायमंड और ताइवान पिंक, जानें इसकी खेती के फायदे