Alice Webb Death Due To liquid BBL: ब्रिटेन की रहने वाली 34 साल की एलिसा वेब की मौत हो गई है, डॉक्टर ने नॉन सर्जिकल लिक्विड ब्राजीलियन बट लिफ्ट ट्रीटमेंट को जान जाने की वजह बताया. यूनाइटेड किंग्डम में ये इस तरह की मौत का पहला मामला है जिसको लेकर हर कोई हैरान है. पुलिस ने 2 संदिग्धों को गिरफ्तार करते हुए जांच शुरू कर है. इस मुश्किल वक्त में मरहूम एलिसा के परिवार को क्राइम इंवेस्टिगेशन टीम के ऑफिसर्स का साथ मिल रहा है.
एलिसा वेब ने लिया था लिक्विड बीबीएल का सहारा
एलिसा वेब ग्लॉस्टरशायर में पेशे से एडवांस्ड एस्थेटिक प्रैक्टिशनर थीं. वो बीते सोमवार को आधी रात में बीमार पड़ी, फिर ग्लूस्टरशायर रॉयल हॉस्पिटल (Gloucestershire Royal Hospital) में उसका निधन हो गया. ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मरहूम एलिसा ने लिक्विड बीबीएल करवाया था, जिसमें बिना सर्जरी या डाउनटाइम के कूल्हों के साइज और शेप को बढ़ाने के लिए हाइलूरोनिक एसिड और डर्मल फिलर्स का इंजेक्शन लगाया जाता है.
क्या है लिक्विड बीबीएल?
लिक्विड बीबीएल एक नॉन-सर्जिकल कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट है जिसका मकसद इंजेक्शन वाले डर्मल फिलर्स या बायोस्टिमुलेटरी एजेंट जैसे हाइलूरोनिक एसिड, स्कल्प्ट्रा या रेडिएस का इस्तेमाल करके कूल्हों का शेप और वॉल्यूम को बढ़ाना है. ये प्रोसीजर ट्रेडिशनल ब्राजीलियन बट लिफ्ट से अलग है, जिसमें शरीर के दूसरे एरिया से फैट ग्राफ्टिंग करके उसे नितंबों में इंजेक्ट किया जाता है. लिक्विड बीबीएल में लिपोसक्शन या फैट ट्रांसफर की जरूरत नहीं होती है, जिससे ये कम आक्रामक होता है और सर्जरी की तुलना में जल्दी ठीक होने लगता है.
लिक्विड बीबीएल के असर परमानेंट नहीं होते हैं, आमतौर पर एक से दो साल तक चलते हैं, जो इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट और शख्स के मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करता है. इसके उलट, ट्रेडिशनल बीबीएल ज्यादा लंबे समय तक चलने वाले रिजल्ट देता है. सोशल मीडिया अक्सर लिक्विड बीबीएल को सर्जरी के “रिस्क फ्री” और “सस्ता” ऑप्शन बताया जाता है. लेकिन एलिसा वेब की मौत ने इन दावों की पोल खोल दी है.
कितना खर्च आ सकता है?
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लिक्विड बीबीएल प्रॉसेस के पूरा होने में तकरीबन 1 घंटे का वक्त लगता है. ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट में इसकी कीमत 2,500 पाउंड के आसपास बताई जाती है. वहीं यूके में सर्जिकल ऑप्शन का रेट 5,000 से 6,000 पाउंड के बीच है और इसमें तकरीबन दो घंटे लगते हैं. कई मरीज पैसे बचाने के लिए ब्रिटेन से तुर्की जाना पसंद करते हैं.
लिक्विड बीबीएल के खतरे
लिक्विड बीबीएल में कई तरह के रिस्क हो सकते हैं, उनमें से एक है ‘वैस्कुलर ऑक्लूजन’ जिसमें गलती से फिलर ब्लड वेसेल्स के पास इंजेक्ट हो जाता है, जो ब्लड फ्लो को ब्लॉक कर सकता है और इससे टिश्यू नेकरोसिस का रिस्क पैदा हो जाता है, जिसे आम भाषा में टिश्यू की मौत भी कहा जाता है. रेयर केस में कई तरह के कॉम्पलिकेशंस हो सकते हैं जिनमें स्ट्रोक भी एक है. यानी इंजेक्शन लगाने वाला इंसान काफी स्किलफुल होना चाहिए, वरना एक छोटी सी गलती जानलेवा साबित हो सकती है.
(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)
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