गुरुवार को बेंगलुरु में डॉक्टर की एक टीम ने आठ साल की एक बच्ची के पेट का ऑपरेशन किया. पेट के अंदर एक ऐसी चीज थी जिसे देखकर डॉक्टर्स की आंखे फटी रह गयी. यह कोई कीड़ा नहीं बल्कि बाल का क्रिकेट गेंद के साइज का एक गुच्छा था.
बच्चे के माता-पिता ने डॉक्टर को बताया कि बच्ची पिछले दो सालों से ठीक से खा नहीं रही है. उन्होंने बच्ची को गैस्ट्राइटिस (पेट से जुड़ी समस्याएं) समझ कर दवाएं भी दी, लेकिन जब इससे कोई फायदा नहीं हुआ, तो वह उसे अस्पताल में जांच के लिए लेकर आए.
इस दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त है बच्ची
बेंगलुरु के एस्टर चिल्ड्रन एंड वुमन अस्पताल के डॉक्टरों ने पाया कि बच्ची को ट्राइकोफेगिया नाम की दुर्लभ बीमारी है. इसमें रोगी को बाल खाने की आदत होती है. इसे रैपुंजल सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है.
एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर
पीडियाट्रिक सर्जरी की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मंजरी सोमासेखर ने आईएएनएस को बताया इतनी छोटी उम्र में बच्ची को यह दुर्लभ बीमारी होना बहुत ही असामान्य है. यह आमतौर पर ट्राइकोफैगिया के साथ जुड़ी होती है, जो एक मनोवैज्ञानिक विकार होता है. इसमें व्यक्ति बालों को खाता है. यह आमतौर पर बड़ी लड़कियों में देखा जाता है.
ओपन सर्जरी से निकाला गया बाल
बाल को निकालने के लिए बच्ची की लेप्रोटोमी नाम की एक ओपन सर्जरी की गयी. क्योंकि बालों का गुच्छा बहुत बड़ा और चिपचिपा था और एंडोस्कोपी के लिए बहुत जटिल स्थिति थी. डॉक्टरों के मुताबिक दो घंटे पचास मिनट की सर्जरी के बाद ऑपरेशन सफल रहा.
कितना खतरनाक रैपुंजल सिंड्रोम
यदि बीमारी का जल्दी इलाज नहीं होता, तो कुपोषण, एनीमिया और पेट से खून बहने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती थीं. इससे जान जाने का भी खतरा होता है.
इसे भी पढ़ें- नसों का खून सुखा देती हैं ये 5 आदतें, बेजान होने लगता है शरीर, आयरन की कमी से बचना है तो ना करें ये गलती
Students, staffers of Tezpur University stage nine-hour hunger strike demanding VC’s removal
The TUUF maintained that the “responsibility for restoring academic and administrative normalcy lies with the MoE” and warned…

