वाराणसी. बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में फैली हिंसा और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बीच सोमवार को 135 लोगों की मौत हो गई. अस्पताल, होटल और सड़कों पर आगजनी की घटना पड़ोसी देश में जारी है. हिंसा के बीच भारत में रहे बांग्लादेशी छात्रों ने वतन वापसी से इनकार कर दिया है. यूपी के वाराणसी में स्थित बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में पास आउट हो चुके 40 छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कैंपस के हॉस्टल नहीं खाली कराने को लेकर गुहार लगाई है . छात्रों के इस अपील के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन बांग्लादेश के हालात को देख उन सभी 40 छात्रों को यूनिवर्सिटी के अंतर्राष्ट्रीय हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है.विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसको लेकर प्रेस रिलीज भी जारी कर दिया है. बीएचयू के अंतराष्ट्रीय मामलों से जुड़े समन्यवक प्रो. एस वी एस राजू ने बताया कि विश्वविद्यालय के अलग-अलग फैकल्टी में बांग्लादेश के करीब 200 छात्र रहते हैं. इसमे से 40 छात्र इस बार पासआउट हो चुकें हैं. जिन्हें हॉस्टल छोड़ अब अपने वतन लौटना था. लेकिन अब हिंसा के कारण वो स्थिति सामान्य होने तक विश्वविद्यालय में ही रहेंगे. इन छात्रों को यहां रहने के लिए कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं देना होगा.हर संभव मदद करेगा बीएचयूप्रोफेसर एस वी एस राजू ने बताया कि बांग्लादेश के हिंसा को देख ये छात्र काफी डरे-सहमे थे. कई छात्रों के पैरेंट्स से भी उनकी बातचीत नहीं हो पा रही थी. इन तमाम परेशानियों को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन उन छात्रों के मदद के लिए खड़ा है.शांति की कर रहे हैं प्रार्थनाप्रोफेसर एस वी एस राजू ने बताया कि हॉस्टल में रह रहे छात्र अपने देश में हिंसक झड़प को रोकने के लिए प्रार्थना भी कर रहे हैं. ताकि स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो सके. बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना पहले ही देश छोड़ चुकी है.FIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 17:14 IST
Disruptions unbecoming of MPs, says Rajya Sabha Chairman as Winter session ends
Delivering his valedictory remarks, Radhakrishnan said the Winter Session was significant as it marked his first stint presiding…

