वाराणसी: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले सभी दुकानदारों को दुकान पर नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया है. इस आदेश के तरह कांवड़ रूट पर पड़ने वाले होटलों, ढाबों, दुकानों और ठेलों पर दुकानदारों को अपनी नेम प्लेट लगानी होगी. यूपी सरकार के इस आदेश पर घमासान जारी है. विपक्ष योगी सरकार के इस आदेश पर जहां हमलावर है तो वहीं दूसरे तरफ इस मामले को लेकर काशी के संत और हिंदूवादी संगठन सरकार के समर्थन में हैं.अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती के बाद अब विश्व हिंदू सेना के चीफ अरुण पाठक ने योगी सरकार के फैसले का समर्थन किया है और उन्होंने इसका विरोध करने वाले नेताओं को चेताया है. सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अरुण पाठक ने लिखा कि जब हज में हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है तो सनातनियों के कांवड़ यात्रा में गैर हिंदुओ को वर्जित क्यों ना किया जाए ? उन्होंने योगी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष के नेताओं को सोच समझ कर बयान देना चाहिए जिससे हिंदुओ की भावना आहत न हो.कांवड़ यात्रा की पवित्रता न हो भंगगौरतलब है कि इस मुद्दे पर लेकर अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने भी वीडियो जारी कर इस फैसले का विरोध कर रहे लोगो को चेताया था. स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि सावन के पवित्र महीने में सनातनी शिव भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. ऐसे में उनके इस यात्रा की पवित्रता बनी रहे इसके लिए योगी सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है.नया नहीं है नाम लिखने का आदेशस्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि दुकानों पर मालिक के नाम लिखे जाने का आदेश कोई नया है. वाराणसी में तामम ऐसी दुकाने हैं जिसपर पहले से ही नगर निगम ने दुकान मालिकों के नाम अंकित किए हैं. इससे किसी को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.FIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 16:13 IST
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