बच्चेदानी का कैंसर महिलाओं (cancer in women) में होने वाला एक आम कैंसर है. यह बीमारी आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को प्रभावित करती है, लेकिन युवा महिलाओं में भी हो सकती है. यह कैंसर शुरुआती दौर में ही पता लग जाए तो इसका सफल इलाज संभव है.
हालांकि, अक्सर महिलाएं इस बीमारी के लक्षणों (cancer symptoms in women) को अनदेखा कर देती हैं, जिससे इसका पता देर से चलता है और इलाज मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको बच्चेदानी के कैंसर के 8 शुरुआती लक्षणों के बारे में बताएंगे, जिन पर महिलाओं को ध्यान देना चाहिए.
1. योनि से असामान्य ब्लीडिंगयह गर्भाशय के कैंसर का सबसे आम लक्षण है. रजोनिवृत्ति के बाद ब्लीडिंग, मासिक धर्म के बीच ब्लीडिंग या पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है.
2. पेट में दर्द या ऐंठनयह कैंसर के बढ़ने या फैलने का संकेत हो सकता है. दर्द तेज या सुस्त हो सकता है और यह योनि, पीठ या पैरों में भी फैल सकता है.
3. योनि से असामान्य डिस्चार्जयह डिस्चार्ज पानी जैसा, पतला या मवाद फ्री हो सकता है. इसमें खून या भूरे रंग का डिस्चार्ज भी हो सकता है.
4. पेशाब करने या शौच करने में परेशानीयदि कैंसर मूत्राशय या मलाशय में फैलता है, तो यह पेशाब करने या शौच करने में कठिनाई पैदा कर सकता है.
5. थकान और कमजोरीयह एनीमिया के कारण हो सकता है, जो कैंसर के कारण ब्लीडिंग से हो सकता है.
6. वजन कम होनाकैंसर के कारण भूख कम लग सकती है और वजन कम हो सकता है.
7. पेट में सूजनयह कैंसर के बढ़ने या तरल पदार्थ के जमा होने का संकेत हो सकता है.
8. संभोग के दौरान दर्दयह कैंसर के कारण योनि या गर्भाशय में सूजन या जलन के कारण हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
Parliamentary panel calls for strict implementation of Land Acquisition Act in its entirety and true spirit
On Rehabilitation and resettlement, the Committee recommended that the Ministry strengthen the National Monitoring Committee structurally and functionally…

