हाइलाइट्सहाथरस के सत्संग हादसे में 116 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 100 से अधिक महिलाएं शामिल हैं.पुलिस ने हादसे को लेकर FIR दर्ज कर ली है.Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में बाबा भोले के सत्संग के दौरान हुए हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. पल भर में सैकड़ों लोगों की जान चली गई. घटना के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही है. लोग बेतहाशा एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़ रहे हैं. हालांकि पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस की FIR कॉपी भी सामने आ गई है. पुलिस ने हादसे की वजह के साथ-साथ यह भी बताया है कि कैसे सबूत मिटाने की कोशिश की गई है.पुलिस की FIR के मुताबिक आयोजनकर्ताओं के द्वारा कार्यक्रम में एकत्रित होने वाली भीड़ की संख्या को छिपाकर अत्याधिक लोगों को बुलाया गया था. साथ ही कार्यक्रम स्थल पर यातायात नियंत्रण हेतु आयोजक द्वारा अनुमति की शर्तों का पालन नहीं किया गया. भीड़ के दबाव से बेतहाशा भाग रहे, गिर-पड़कर कुचल रहे लोगों को रोकने तथा इस घटना में घायल हुये व्यक्तियों के मौके पर छूटे सामान कपड़े-जूता-चप्पल को उठाकर निकटवर्ती खेत में फसल में फेंककर सबूत छिपाया गया. इस प्रकार आयोजकों एवं सेवादारों के उक्त कृत्य से बड़ी संख्या में निर्दोष लोग मारे गये हैं तथा गम्भीर रुप से घायल हैं.
सिकंदराराऊ भोले बाबा के संत्सग के वक्त हुए हादसे में 116 लोगों की जान गई है. इसमें सबसे अधिक महिलाओं की मौत हुई है. सौ से अधिक महिलाओं ने अपनी जान गंवाई है. इसके साथ ही हादसे में सात बच्चों की मौत हुई है. इसके अलावा पुरुष शामिल है. हादसे के प्रत्यक्षदर्शी फर्रुखाबाद निवासी रामनरेश ने बताया कि सत्संग कार्यक्रम के स्थल पर जमीन समतल नहीं थी. हर कोई बाबा की गाड़ी के पीछे सब लोग भागने लगे. सभी बाबा का पैर एक बार छूना चाहते थे.FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 08:16 IST
Chhattisgarh family forced to ‘reconvert’ to Hinduism after locals oppose alleged Christian burial
RAIPUR: A deceased woman’s family was forced to ‘reconvert’ to Hinduism after locals objected to her burial allegedly…

