Uttar Pradesh

Is it true that there are wish-fulfilling serpents and serpent gems? – News18 हिंदी



सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: आपने कई फिल्में देखी होंगी. जिसमें इंसान सांप का रूप ले लेते हैं. बॉलीवुड मूवी से लेकर हॉलीवुड मूवी तक. जिसमें  फिल्मों में इच्छाधारी सांप को लेकर अलग-अलग तरह के दावे किये जाते हैं. हालांकि वो हकीकत है या फसाना, इसके बारे में लोगों की अलग-अलग राय है. इसके अलावा आपने बचपन में जरूर सुना होगा कि चंदन के पेड़ पर सांप चिपके रहते हैं. इसके पीछे भी अपने कई तर्क सुने होंगे. जैसे चंदन का पेड़ शीतलता देता है. इसलिए सांप इस पेड़ पर चिपके रहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इच्छाधारी नागिन और नागमणि होना एक सच्चाई है? क्या वास्तव में चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे होते हैं? तो चलिए इन्हीं सवालों का जवाब इस रिपोर्ट में जानते हैं.

अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम ने बताया कि इच्छाधारी नाग नागिन की कहानी अक्सर सुनी जाती है. हालांकि सर्प की आयु 1000 वर्ष तक बताई गई है. जब कोई सर्प 1000 आयु तक किसी को काटता नहीं है और विष जब इकट्ठा हो जाता है, तो वह विषमड़ी के रूप में परिवर्तित हो जाता है. उसके बाद वह सर्प इच्छाधारी नाग हो जाता है. इसके अलावा चंदन के पेड़ पर सर्प इस वजह से रहता है क्योंकि चंदन के पेड़ में शीतलता रहती है.

क्या सच में होते हैं इच्छाधारी नाग-नागिन?

हिन्दू मान्यताओं के साथ-साथ अन्य कई धर्मों में ऐसे सांपों का जिक्र मिलता है, जो आधे इंसान-आधे सांप हों, या फिर अपनी इच्छा के अनुसार कभी सांप या कभी इंसान का रूप ले सकते हैं. हालांकि, उनका अस्तित्व लोगों की मान्यताओं पर टिका है. साइंस के हिसाब से ये पूरी तरह काल्पनिक है. इस दुनिया में कभी इंसान या सांप एक दूसरे का रूप नहीं ले सकते.

आखिर चंदन के पेड़ से क्यों लिपटे रहते हैं सांप

अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि क्या वास्तव में चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे होते हैं, तो इसको लेकर भी महाकवि रहीम ने एक दोहा लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि ‘जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग… चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग’ अर्थात जो व्यक्ति अच्छे स्वभाव का होता है,उसे बुरी संगति भी बिगाड़ नहीं पाती जैसे ज़हरीले सांप चन्दन के वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई ज़हरीला प्रभाव नहीं डालता. इस लाइन का अर्थ अलग है, पर इसमें जो लाइन इस्तेमाल की गई कि ‘चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग’… इससे पता लगता है कि सांप चंदन के पेड़ से लिपटे रहते हैं. सांप के चंदन के पेड़ पर चिपके रहने का कारण क्या शीतलता है? तो चलिए उस सवाल का भी जवाब जानते हैं.

होती है जबरदस्त सूंघने की शक्ति

ऐसा कहा जाता है कि सांप अक्सर चंदन के पेड़ को अपना ठिकाना बनाते हैं. सांप केवल चंदन ही नहीं, रजनीगंधा या चमेली जैसे कई खुशबूदार पेड़ों पर या उसके आसपास रहते हैं. ये पेड़ खूब खुशबूदार होते हैं. ऐसा माना जाता है कि इन पेड़ों की खुशबू सांपों को काफी पंसद आती है. साइंस ये प्रमाणित कर चुकी है कि सांपों में जबरदस्त सूंघने की शक्ति होती है. ये न केवल अपने नोस्ट्रिल्स से बल्कि जीभ के ऊपरी हिस्से से भी सूंघ सकते हैं. सांप चंदन या चमेली के पेड़ तक सूंघकर ही पहुंच जाते हैं.

.Tags: Dharma Aastha, Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : March 28, 2024, 15:31 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



Source link

You Missed

Rahul Gandhi trying to create anarchy by demanding reservation in defence forces: Rajnath Singh
Top StoriesNov 5, 2025

राहुल गांधी द्वारा रक्षा बलों में आरक्षण की मांग करके अन्याय फैलाने की कोशिश कर रहे हैं: राजनाथ सिंह

भारतीय सेना की सराहना करते हुए, सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को रोका नहीं गया है, बल्कि…

Bhangar man’s suicide adds to what TMC says are eight deaths linked to SIR fears in West Bengal
Top StoriesNov 5, 2025

भंगार के एक व्यक्ति की आत्महत्या पश्चिम बंगाल में SIR के डर से जुड़े आठ मौतों की सूची में शामिल हो गई है जिस पर TMC ने दावा किया है।

पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में दो लोगों की मौत हो गई है, जिसका…

दिल्ली का 'सोने-चांदी वाला' मंदिर! विदेशी राजदूत भी आते हैं माथा टेकने
Uttar PradeshNov 5, 2025

अगर आपकी फसल भी बारिश के कारण नुकसान झेल रही है, तो छतरपुर के किसान इस तरह मुआवजे की राशि प्राप्त कर सकते हैं।

चित्रकूट में बारिश ने पहुंचाया है किसानों को नुकसान, जानें कैसे मिलेगा मुआवजा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद…

Scroll to Top