Uttar Pradesh

सिर्फ 3 महीने में लखपति बना देगी स्ट्रॉबेरी की फसल, बाराबंकी के किसान से जानें कैसे करें इसकी खेती?



संजय यादव/बाराबंकी : उत्तर प्रदेश का बाराबंकी जिला कभी अफीम खेती के लिए काफी फेमस था. परंतु आज अफीम की खेती लगभग बंद हो गई है. पर कुछ सालों से यहां बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी की खेती होने लगी है. इस विदेशी फल की ज्यादा डिमांड के चलते किसानों को इसकी खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. यही कारण है कि बाराबंकी के किसान स्ट्रॉबेरी आदि की खेती की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. किसानों का मानना है कि धान, गेहूं इत्यादि की फसलों में इतना मुनाफा नहीं होता. जितना स्ट्रॉबेरी की खेती करने में मुनाफा है.

जिले के एक ऐसे किसान है जिन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती में महारत हासिल की है. इस खेती में उन्हें लागत के हिसाब अच्छा मुनाफा होता है. बाराबंकी जिले के सहेलियां गांव के रहने वाले किसान शिवकुमार आधुनिक तरीके से एक बीघे से स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब 3 बीघे में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग तीन से चार लाख रुपये मुनाफा प्रतिवर्ष कमा रहे हैं.

स्ट्रॉबेरी की खेती में मुनाफा अधिककिसान शिवकुमार ने बताया कि पहले हम धान, गेहूं आदि की खेती करते थे. उसमे अधिक मुनाफा नही हो पाता था. इसके बाद हमे स्ट्रॉबेरी की खेती के बारे में जानकारी मिली. एक बीघे में स्ट्रॉबेरी की खेती से अच्छा लाभ हुआ. इस समय करीब 3 बीघे में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. स्ट्रॉबेरी की खेती में लागत 1 लाख रुपए है और मुनाफा करीब 3 से 4 लाख रुपये तक हो जाता है.

ऐसे करें स्ट्रॉबेरी की खेतीशिवकुमार ने बताया कि सामान्य तौर पर स्ट्रॉबेरी की बुवाई सितंबर और अक्टूबर में की जाती है. वहीं पॉली हाउस में खेती करने वाले किसान अन्य महीनों में भी बुवाई करते हैं. स्ट्रॉबेरी की बुवाई से पहले की तैयारी बहुत जरूरी है. स्ट्रॉबेरी की खेती दोमट मिट्टी में बेहतर होती है. हालांकि इसकी सिंचाई के लिए आपको ड्रिप तकनीक का प्रयोग करना होगा. स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाने के 45 दिन बाद से ही फल आना शुरू हो जाते हैं और इसे तोड़कर बाजारों में बेचा जा सकता है. 3 महीने की इस फसल को कई बार बाजारों में बेचा जाता है.
.Tags: Agriculture, Barabanki News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 16, 2024, 23:22 IST



Source link

You Missed

नक्सली हथियार छोड़ने को तैयार! डिप्‍टी CM बोले- लेटर की सत्‍यता की जांच जरूरी
Uttar PradeshSep 17, 2025

महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा, दो साल पुराना निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल।

अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा है। यह बातें सोशल मीडिया पर…

Scroll to Top