दिल की बीमारी आज के समय में एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता बन गया है. हर साल लाखों लोगों की मौत दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण होती है. इन मौतों को कम करने के लिए समय पर सही इलाज लेना बेहद जरूरी है. खासकर, हार्ट अटैक के दौरान पहले घंटे को ‘गोल्डन ऑवर’ माना जाता है, जो मरीज की जान बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. अगर इस गोल्डन ऑवर के बारे में अभिषेक के परिजनों को पता होती तो शायद वह आज वह जिंदा होता.
गाजियाबाद के रहने वाले अभिषेक (25) और अंजलि (23) की कुछ ही घंटों के अंतराल में मौत हो गई. बीते सोमवार को दोनों प्रेमी जोड़े दिल्ली के चिड़ियाघर घूमने गए थे. यहां पर घूमते समय अभिषेक को दिल का दौरा पड़ा और वह अचानक जमीन पर गिर गए. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पति के निधन का दुख सह न पाने के कारण अंजलि ने सातवें माले से कूदकर जान दे दी. यह घटना हमें याद दिलाती है कि कम उम्र में भी हार्ट अटैक पड़ सकता है. ऐसे समय में तुरंत मेडिकल हेल्प मदद लेना बहुत जरूरी है.क्या है गोल्डन ऑवर? बैंगलोर स्थित सकरा वर्ल्ड हॉस्पिटल में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. दीपक कृष्णमूर्ति ने अपने एक ब्लॉग में बताया कि गोल्डन ऑवर के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण दिमाग और शरीर के अन्य अंग डैमेज हो सकते हैं. इसलिए, इस समय में जल्द से जल्द इलाज शुरू करना जरूरी है. जितनी जल्दी मरीज को उपचार मिलता है, उतनी ही कम डैमेज होने की संभावना होती है और मरीज के पूरी तरह से ठीक होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
गोल्डन ऑवर के दौरान क्या करें?- यदि किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है, तो तुरंत एम्बुलेंस को फोन करें.- मरीज को आरामदायक स्थिति में लेटाएं और तंग कपड़ों को ढीला कर दें.- अगर मरीज बेहोश हो जाता है, तो सीपीआर (CPR) देना शुरू करें.- एम्बुलेंस आने तक मरीज को गर्म रखने की कोशिश करें.
गोल्डन ऑवर के बाद भी इलाज जरूरीभले ही गोल्डन ऑवर के बाद इलाज शुरू हो जाए, फिर भी समय पर इलाज लेना महत्वपूर्ण है. डॉक्टर दिल को खून के फ्लो को बहाल करने और डैमेज को कम करने के लिए विभिन्न उपचारों का उपयोग कर सकते हैं.
Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्त हेल्पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.

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