India vs England 2nd Test: इंग्लैंड के ओपनिंग बल्लेबाज जैक क्राउली ने कहा कि अति आक्रामक होकर खेलने के ‘बैजबॉल’ रवैए को अपनाने के बाद से उनके अधिकतर साथी बेहतर खिलाड़ी बन गए हैं, क्योंकि यह समय लेकर खेलने की पारंपरिक रणनीति की तुलना में उनके प्राकृतिक खेल के कहीं अधिक अनुकूल है. इंग्लैंड ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में पहली पारी में 190 रनों से पिछड़ने के बावजूद भारत को 28 रनों से हराया जो लड़ने के टीम के जज्बे को दिखाता है और इससे टीम प्रबल दावेदार भारत को हराने में सफल रही. न्यूजीलैंड के कोच ब्रैंडन मैक्कुलम के मार्गदर्शन में ‘बैजबॉल’ रणनीति अपनाने के बाद से इंग्लैंड ने अब तक कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया है.
जडेजा और राहुल के बिना उतरेगी टीम इंडियाजैक क्राउली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह (बैजबॉल) हमारे अंदर नैसर्गिक रूप से आता है, क्योंकि हमारी कई टीम अधिक आक्रामक होकर खेलती हैं. जब मैं पहली बार इंग्लैंड टीम में आया तो समय लेकर लंबी पारी खेलने की मानसिकता थी और मुझे नहीं लगता है कि मैं और कुछ अन्य प्राकृतिक रूप से ऐसे हैं. हमारे में से काफी खिलाड़ी इस रवैए के तहत थोड़ा बेहतर खेलते हैं.’
जैक क्राउली को फर्क नहीं पड़ता
दूसरी तरफ भारत ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और लोकेश राहुल के चोटिल होने के बाद चयन संकट से जूझ रहा है जबकि उसे हैदराबाद में अपने खराब प्रदर्शन का जवाब भी ढूंढना है. मेजबान टीम पहले ही स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के बिना खेल रही है, जिन्होंने निजी कारणों से शुरुआती दो टेस्ट से बाहर रहने का फैसला किया. यह पूछने कि यह इंग्लैंड की टीम के लिए क्या मायने रखता है, जैक क्राउली ने कहा कि उनकी टीम का ध्यान अपने प्रदर्शन और योजना पर अधिक है. जैक क्राउली ने कहा, ‘हमने इस बारे में बात नहीं की है. यह रटा-रटाया लगता है, लेकिन हम स्वयं पर ध्यान देते हैं. हमें इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे क्या कर रहे हैं.’
जडेजा और राहुल चोटिल
जडेजा और राहुल के नहीं खेलने पर क्राउली ने कहा, ‘दो बहुत अच्छे खिलाड़ी नहीं खेल रहे, लेकिन उनके विकल्पों को देखते हुए मुझे यकीन है कि दो बहुत अच्छे खिलाड़ी आ रहे हैं. इसलिए हमारे लिए चीजें बहुत अधिक नहीं बदलेंगी.’ भारत ने दोनों चोटिल खिलाड़ियों की जगह सरफराज खान, वॉशिंगटन सुंदर और सौरभ कुमार को टीम में शामिल किया है. मेजबान टीम के पास घरेलू क्रिकेट के अनुभवी खिलाड़ी रजत पाटीदार को खिलाने का विकल्प भी है. हैदराबाद में स्पिन की अनुकूल परिस्थितियों में हार के बाद शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए मेजबान द्वारा तैयार किए जाने वाले विकेटों की संभावित प्रकृति को लेकर काफी चर्चा हो रही है.
इंग्लैंड ने अबु धाबी में ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया
क्राउली ने हालांकि कहा कि यह चिंता की बात नहीं है. क्राउली ने कहा, ‘वे अपनी परिस्थितियों में शीर्ष टीम हैं. चार मैच बचे हैं, हमने जो अच्छा किया उस पर कायम रहना होगा और उम्मीद करते हैं कि नतीजे मिलेंगे.’ भारत में सीरीज की तैयारी के लिए इंग्लैंड ने अबु धाबी में ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लिया और क्राउली का मानना है कि शिविर से उन्हें फायदा मिला जबकि कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने भारत जल्दी नहीं आने के लिए टीम की आलोचना की.
स्वीप और रिवर्स स्वीप अच्छा ऑप्शन
क्राउली ने कहा, ‘हम ऐसा ही चाहते थे. अबु धाबी में विकेट काफी टर्न कर रहीं थी क्योंकि हम ऐसा चाहते थे.’ पहले टेस्ट में 196 रन की यादगार पारी के दौरान ओली पोप ने स्पिनरों के खिलाफ स्वीप शॉट का शानदार तरीके से इस्तेमाल किया और क्राउली ने कहा कि यह उनकी काफी सोच-विचार के साथ तैयार की गई रणनीति का हिस्सा था. क्राउली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि जब गेंद स्पिन हो रही होती है तो स्वीप और रिवर्स स्वीप अच्छा विकल्प होता है. मुझे लगतार है कि हमारे लिए रिवर्स स्वीप अधिक सामान्य है क्योंकि इस शॉट के लिए कम फील्डिंग होते हैं.’
जसप्रीत बुमराह सबसे खतरनाक गेंदबाज
इंग्लैंड के एकमात्र तेज गेंदबाज मार्क वुड को हैदराबाद में कोई सफलता नहीं मिली जबकि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने दूसरी पारी में 41 रन पर चार विकेट सहित मैच में छह विकेट चटकाए. क्राउली ने भारतीय स्टार की जमकर तारीफ की. क्राउली ने कहा, ‘वह शानदार गेंदबाज हैं. मुझे लगता है कि वह भारत में थोड़ी फुल लेंथ और यॉर्कर डालता है. उनके पास अविश्वसनीय तेज गेंदबाजी आक्रमण है, जिसे आप हल्के में नहीं ले सकते.’
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