Uttar Pradesh

Buyers are looking for a home in an incomplete project their dreams remain unfulfilled – News18 हिंदी



रिपोर्ट-सुमित राजपूत  ग्रेटर नोएडा. नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के सैकड़ों परिवार खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. इन्होंने भी सपना देखा था कि इनका अपना सपनों का घर होगा. जीवन भर की मेहनत की कमाई घर बुक करने में लगा दी. लेकिन ये बिल्डर्स के जाल में फंस गए. बरसों बाद भी अब न पैसा इनके हाथ में है और न ही घर. इन्हीं हजारों ख्वाहिशमंदों में से एक हैं ग्रेटर नोएडा की इकोविलेज 2 सोसायटी में अपना घर बुक कराने वाले लोग.

ग्रेनो वेस्ट में सैकड़ों हाईराइज सोसायटी बनाकर बिल्डरों ने लोगों को सपना दिखाया और यही सपना ईकोविलेज 2 सोसायटी के बायर्स ने देखा. लेकिन सुपरटेक की इस सोसायटी में अभी तक उनके घर का सपना अधूरा है. अब यहां के हजारों बायर्स दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. अगर किसी को घर मिल भी गया है तो उसकी रजिस्ट्री नहीं हुई इसलिए परेशान वो लोग भी हैं.

2 हजार को मकान मिला बाकी 3 हजार सड़क परग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित इको विलेज 2 सोसायटी में लगभग 40 टावर हैं. करीब 5000 फ्लैट वाली इस सोसायटी में 2000 परिवारों को घर मिल चुके हैं लेकिन इनमें से ज्यादातर की रजिस्ट्री नहीं हुई है. बाकी बचे 3 हजार लोगों को अभी तक घर नहीं मिला है. जिन दो हजार परिवारों को घर मिला है उन्हें भी नॉन ड्यू सर्टिफिकेट (NDC) के आधार पर पजेशन दिया गया है. मकान मालिकों का कहना है फ्लैट में हम आ तो गए हैं लेकिन अगर हमें इसे बेचना पड़ा तो मुश्किल हो जाएगी क्योंकि इसकी रजिस्ट्री तो की नहीं गयी है.

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घर मिला लेकिन 10 साल बाद भी रजिस्ट्री नहींइसी सोसायटी के सी.बी. सिंह और विजय सक्सेना ने बताया 2010 में उन्होंने अपना फ्लैट बुक कराया था. लेकिन 2024 आ गया रजिस्ट्री का कोई आता-पता नहीं है. जब हम बिल्डर के पास जाते हैं, तो वह प्राधिकरण के ऊपर डाल देता है और प्राधिकरण के पास जाते हैं तो वह बिल्डर के ऊपर. भगवान ना करें कभी हमें किसी भी स्थिति में इस घर को बेचना पड़े तो हमें भारी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा. हमें वह कीमत नहीं मिलेगी जो मिलनी चाहिए. हमे इस घर में एंट्री नॉन ड्यू सर्टिफिकेट (NDC) के आधार मिली हैं.

बिल्डर का खेलसुपरटेक का मालिक आर के अरोड़ा कोर्ट के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया था. अब इकोविलेज 2 प्रोजेक्ट की देख करने के लिए कोर्ट ने हितेश गोयल (आईआरपी) को तैनात किया है. उनसे हमने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, मैसेज का भी कोई जवाब नहीं दिया.
.Tags: Light house project, Local18FIRST PUBLISHED : January 25, 2024, 13:44 IST



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