Health

Garden at the Adachi Museum of Art has been named the most beautiful in Japan for 20 years | जापान के इस गार्डन के पास 20 सालों से है Most Beautiful का खिताब, लेकिन ज्यादा पहचान नहीं



जापान में गार्डनिंग करना सिर्फ एक शौक नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक महत्व वाली कला का रूप है. जहां देश भर में बगीचों को सोशल मीडिया पर बहुत प्यार मिलता है, वहीं कई जापान के लोग अपनी वफादारी को इस तरह से निभाते हैं, जिसकी छटा अडाची म्यूजियम के गार्डन में दिखती है. बुकोलिक शिमाने प्रान्त में स्थित इस म्यूजियम में पहुंचते के लिए ओसाका से तीन घंटे की ट्रेन यात्रा लेनी पड़ेगी है.
यूएस-आधारित सूकिया लिविंग पत्रिका (पहले जर्नल ऑफ जपानी गार्डनिंग) बीते 20 सालों से अडाची म्यूजियम को अपने सर्वोच्च सम्मान (सबसे सुंदर पारंपरिक उद्यान) से सम्मानित कर रहा है. जापान के बाहर से प्रशंसा मिलने के बावजूद, अडाची म्यूजियम और गार्डन क्योटो और टोक्यो की तुलना में ज्यादा पहचान नहीं बना पाए हैं. जापान आने वाले कई पश्चिमी पर्यटक भ्रमित होते हैं जब वे एक जापानी गार्डन का दौरा करते हैं. जापानी उद्यान विभिन्न प्रकार के पौधों (जैसे काई या पेड़ों पर जोर देते हैं) या सिर्फ रेत के बारीक से तैयार बिस्तर में चट्टानों से मिलकर बने हो सकते हैं.
गार्डन की खूबसूरती देखना दर्शक पर निर्भर करता है’द जपानीज गार्डन’ पुस्तक की लेखिका सोफी वॉकर बताती हैं कि जापान में उद्यान उच्च कला की तरह आगे बढ़ने की ख्वाहिश रखते हैं, जैसा कि वे पश्चिम में नहीं करते हैं. ‘मिताते’ वह विचार है जिससे कल्पना छलांग लगा सकती है. आप एक चट्टान देख सकते हैं (जानते हैं कि यह एक मानव-स्तरीय चट्टान है) लेकिन उस क्षण में आप उसके पास आ सकते हैं और उसे एक पहाड़ के रूप में देख सकते हैं. तो मुझे लगता है कि यही कारण है कि बगीचा इतना शक्तिशाली है, क्योंकि यह दर्शक पर निर्भर करता है. आप जो कुछ भी लाते हैं, वह मायने रखता है, जिस मन से आप आते हैं.
जगह का एहसासअडाची म्यूजियम ऑफ आर्ट की दीवारों पर जापान के कुछ बेस्ट आधुनिक कलाकारों की पेंटिंग हैं. लेकिन कई संरक्षक इमारत को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देते हैं और अपनी पूरी यात्रा खिड़की से बाहर देखना पसंद करते हैं. यहां, विभिन्न गार्डन  (पाइन ग्रोव, रॉक गार्डन, मॉस गार्डन और अन्य) देखने के लिए हैं, रौंदने के लिए नहीं. उनकी कल्पना चित्रों की तरह की गई थी, जो तेल और पेस्टल के बजाय पेड़ों और पौधों से बनाई गई थीं. बदले में, म्यूजियम को बगीचे को ‘फ्रेम’ करने के लिए डिजाइन किया गया था, इसकी बड़ी फोटो वाली खिड़कियां विशेष रूप से बगीचे की सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं को उजागर करने के लिए बनाई गई थीं.



Source link

You Missed

Police, Commission question NARI-2025 report for ranking Dehradun as 'unsafe' city
Top StoriesSep 17, 2025

पुलिस और आयोग ने डेहरादून को ‘अन्यायपूर्ण’ शहर घोषित करने वाले एनएआरआई-2025 रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया है

पुलिस जांच की शुरुआत व्यापारिक संगठनों, होटल संघों और शैक्षणिक संस्थानों से व्यापक आपत्तियों के बाद हुई, जिन्होंने…

At least 17 dead, 13 missing as floods, landslides wreak havoc in Dehradun, neighbouring areas
Top StoriesSep 17, 2025

देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई, 13 लोग लापता हैं।

उत्तराखंड में मानसून की वापसी ने देहरादून शहर में विनाशकारी बाढ़ की एक नई लहर को लॉन्च किया…

NCB asks states to trace 16,000 overstaying foreigners
Top StoriesSep 17, 2025

एनसीबी ने 16,000 अत्यधिक समय तक रहने वाले विदेशी नागरिकों की पहचान करने के लिए राज्यों से अनुरोध किया है ।

नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लगभग 16,000 विदेशी नागरिकों…

Scroll to Top