विशाल भटनागर/मेरठ: बदलते दौर में रामलीला मंचन के दौरान आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है. कुछ इसी तरह का नजारा मेरठ के भैंसाली मैदान में श्री रामलीला कमेटी मेरठ छावनी द्वारा आयोजित रामलीला में भी देखने को मिला है. जिसमें विभिन्न पत्र टेक्नोलॉजी के सहारा लेते हुए उड़ते हुए मंचन कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब विजयादशमी के पावन पर भी बुराइयों के प्रति जिस रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. उसकी गर्दन भी चारों दिशाओं में घूमते हुए दिखाई देगी.श्री रामलीला कमेटी मेरठ छावनी के अध्यक्ष पवन गर्ग ने बताया कि जनता की डिमांड को देखते हुए अबकी बार विजयादशमी के दिन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है. मंचन के दौरान तो कई वर्षों से टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है. लेकिन अबकी बार विजयादशमी के दिन जो रावण का पुतला दहन होगा. उसकी गर्दन भी चारों दिशाओं में घूमती हुई नजर आएंगी. इतना ही नहीं पुतले की आंखों में अंगारे भी देखने को मिलेंगे. जो यह रावण का पुतला होगा. वह सात रथ पर सवार होगा.विजयादशमी के दिन जिस तरीके से भगवान श्री राम और रावण के बीच युद्ध होता है. उसका भव्य दृश्य भी मंचन के दौरान मेरठ वासियों को देखने को मिलेगा. वहीं पुतले का दहन भी आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए रिमोट से ही किया जाएगा. बता दें कि रामलीला मंचन और दशहरे मेले का जिस स्थान पर आयोजन किया जाता है. वह वही सरोवर है. जहां कभी मंदोदरी स्नान कर विधि विधान के साथ बाबा बिलेश्वर नाथ मंदिर में बाबा भोलेनाथ और नौचंदी मैदान स्थित मां चंडी देवी के पूजा अर्चना करने के लिए जाया करती थी..FIRST PUBLISHED : October 23, 2023, 01:33 IST
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The 145-year-old history of Jhansi Railway Station will now be a thing of the past. Passengers will soon see a world-class railway station in place of this fort-like building.
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