विजय कुमार/नोएडा: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मौजूद तमाम बिल्डर सोसायटी में सैकड़ों लोगों ने अपने घर का सपना पूरा करने के लिए बिल्डर को अपने जीवनभर की जमा पूंजी देकर एक घर तो ले लिया, लेकिन इन सोसायटी रहने वाले तमाम लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं. अब इन लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर करें तो क्या करें. इनके घर का सपना तो पूरा हो गया है लेकिन मूलभूत सुविधाओं को लेकर आज भी इन परेशानी उठानी पड़ती है. कुछ ऐसा ही हो रहा है नोएडा के सेक्टर 110 में स्थित लोटस पनास सोसायटी में रहने वाले तमाम लोगों के साथ.नोएडा के सेक्टर 110 में लोटस पलास सोसायटी में लोगों द्वारा अपने जीवन भर की जमा पूंजी बिल्डर को देकर के घर का सपना देखा गया था. फिलहाल सोसायटी के 30 में से मात्र 16 टावर ही पूरा बन पाया हैं. जहां पर कुछ लोगों को घर तो मिल गया लेकिन अभी भी सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. जिनकी वजह से आए दिन सोसायटी वासियों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ता है. सोसाइटी के लोगों का कहना है कि पहले तो उनका बिल्डर ही प्रोजेक्ट को अधूरा छोड़ कर चला गया और अब उनका प्रोजेक्ट एनसीएलटी में है जिसके निर्माण की रफ्तार बेहद धीमी है.10 सालों बाद भी हालत में नहीं हुआ सुधारयहां पर रहने वाले 83 साल के जे डी गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2013 में बिल्डर से करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपए में अपना फ्लैट लिया था. बिल्डर द्वारा उन्हें उनका फ्लैट तो दे दिया गया, लेकिन फ्लैट देते समय सोसाइटी में जिन वादों को किया गया था वह आज 10 साल बीतने के बाद भी नहीं पूरे हो पाए हैं. उम्र के इस पड़ाव में उन्हें लगता है कि बिल्डर द्वारा उन्हें ठग लिया गया है.पानी का TDS बहुत अधिकसोसायटी में रहने वाली सोभा ने बताया कि कई साल बीतने के बाद यहां पर क्लब निर्माण नहीं हो पाया है. जिसको लेकर लोगों को काफी दिक्कत होती है. वहीं यहां पर पीने के पानी का TDS इतना ज्यादा है जिस कारण लोगों को स्वास्थ संबंधी दिक्कतें होने लगी है. साथ ही सोसायटी की तमाम लिफ्ट भी आए दिन खराब हो जाती है. जिनकी वजह से कभी कोई बच्चा तो कभी कोई बड़ा तो कभी बुजुर्ग लिफ्ट में फंस जाता है..FIRST PUBLISHED :  August 27, 2023, 22:43 IST
Source link 
                Road Safety Wings Remain Non-Functional In Telangana
HYDERABAD: India is one of the most accident-prone countries in the world, reporting at least three times higher…

