Uttar Pradesh

चित्रकूट में बाढ़ पीड़ित इलाकों के लिए NDRF की टीम ने डाला डेरा, मॉक अभ्यास कर लिया गया जायजा



धीरेंद्र शुक्ला/ चित्रकूट. चित्रकूट में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार हो गया है.प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम के साथ बैठक किया है. साथ ही एनडीआरएफ प्रभारी ने मॉक अभ्यास भी कराया.जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ वाले इलाके बताए गए.चित्रकूट में आपदा जैसी घटनाओं से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम ने जिले में डेरा डाल लिया है.

एनडीआरएफ के प्रभारी मनोज कुमार शर्मा के निर्देश में मॉक अभ्यास के दौरान मंदाकिनी नदी के जल स्तर पर वृद्धी होने से ग्राम-सरधुआ, तहसील- राजापुर के पास कुछ लोगों के बाढ़ में फंसे होने तथा रामघाट पर एक बोट पलटने के परिदृश्य का प्रदर्शन किया गया.ग्राम प्रधान द्वारा ई.ओ.सी. को घटना के बारे में एनडीआरएफ टीम को सूचित किया गया. जिसमे एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित टीम को आपात सूचना के लिए सूचित किया.

जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शनघटना स्थल पर पहुंच कर टीम ने ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए.स्थानीय प्रशासन से घटना की सम्पूर्ण जानकारी लेकर त्वरित कार्रवाईकरते हुए अपने रेस्क्यू मोटर बोट के माध्यम से मंदाकिनी नदी मे बचाव अभियान शुरू कर दिया.बचाव दल द्वारा लाइफ बॉय, लाइफ जैकेट और डीप डाइवर्स की मदद से जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शन किया.

मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य जानेंचित्रकूट के डीएम अभिषेक आनन्द ने बताया कि मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशा निर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया था.मॉक अभ्यास का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच में समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता का जांच करना एवं बाढ़ कि प्रतिकूल परिस्थितियों में राहत बचाव कार्रवाईको परखना है.जिससे कि बाढ़ आपदा के दौरान त्वरित कार्रवाईकरते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके.
.FIRST PUBLISHED : August 14, 2023, 23:06 IST



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