Heart Disease: आज के दौर में दिल की बीमारी तेजी से बढ़ रही है, जिससे लोग काफी चिंतित हो रहे हैं. अनहेल्दी भोजन, खराब नींद की आदतें और तनावपूर्ण जीवन ने दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा दिया है. यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह काफी गंभीर स्थिति तक पहुंच सकती है. पुरुषों और महिलाओं में दिल की बीमारी के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. ऐसे में उन्हें एक जरूरी टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाना चाहिए.
न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के लैब प्रमुख डॉ. विज्ञान मिश्रा ने बताया कि कैल्शियम स्कोर टेस्ट एक मूल्यवान निदान उपकरण है जिसका उपयोग मरीजों में दिल की बीमारी के खतरे का आकलन करने के लिए किया जाता है. यह कोरोनरी धमनियों में कैल्शियम जमा की मात्रा को मापता है, जिससे धमनियों में प्लाक निर्माण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है.दिल के मरीजों के लिए कैल्शियम स्कोर क्यों है महत्वपूर्ण?एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में धीरे-धीरे प्लाक का निर्माण) दिल की बीमारी का एक प्रमुख कारण है. कैल्शियम स्कोर टेस्ट कोरोनरी धमनियों में कैल्शियम जमा की उपस्थिति की पहचान कर सकता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस का शीघ्र पता लगाने में मदद मिलती है. शुरुआती चरण में प्लाक निर्माण का पता लगाने से डॉक्टर को रोकथाम की जानकारी मिलती है. इसके साथ ही कैल्शियम स्कोर टेस्ट मरीजों में भविष्य में होने वाली दिल संबंधी बीमारियों को समझने में मदद करता है. इसके साथ ही कैल्शियम स्कोर टेस्ट दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी बीमारियों को कम करने में मदद करता है.
अंत , कैल्शियम स्कोर टेस्ट दिल के मरीजों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. एथेरोस्क्लेरोसिस के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने, जोखिम को कम करने, दिल संबंधी घटनाओं की भविष्यवाणी करने, जीवनशैली में बदलाव के लिए प्रेरित करने और रोग की प्रगति की निगरानी करने की इसकी क्षमता इसे स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक आवश्यक उपकरण बनाती है. इस टेस्ट का उपयोग करके, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता व्यक्तिगत उपचार योजनाओं को लागू कर सकते हैं और रोगियों को उनके दिल की सेहत पर नियंत्रण रखने के लिए सशक्त बना सकते हैं
Calcutta High Court reserves verdict on PILs over Lionel Messi event fiasco at Salt Lake stadium
KOLKATA: Hearing of three PILs over the fiasco during Argentine football legend Lionel Messi showcasing event last week…

