Bad habits for brain: हमारे शरीर के मुख्य अंगों से एक दिमाग भी है. दिमाग हमारे सभी शारीरिक व मानसिक कार्यों को नियंत्रित करती है और हमारे सामान्य विकास व अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसलिए दिमाग की अच्छी सेहत भी बहुच जरूरी है. दिमाग की अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए समय-समय पर अधिक विश्राम करना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित शारीरिक गतिविधियों का पालन करना और मेंटल एक्सरसाइज करना आवश्यक है. हालांकि, हमारे डेली रूटीन की आदतें दिमाग को कमजोर बनाती हैं. अगर इन आदतों को कंट्रोल नहीं किया जाए तो ब्रेन डेड भी हो सकता है. आइए जानते हैं कि वो आदतें कौन सी हैं.
नाश्ता नहीं करना: हमारे दिमाग को बेस्ट तरीके से काम करने के लिए सही समय पर सही पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है. अपनी व्यस्त जीवनशैली के कारण, हममें से अधिकांश लोग सुबह का समय बचाने के लिए नाश्ता नहीं करते हैं . इससे मस्तिष्क को अपर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व और शुगर प्राप्त होती है.
धूम्रपान: एक और भयानक आदत है धूम्रपान. यह आपके सामान्य स्वास्थ्य के लिए सबसे खराब चीजों में से एक है, जिसमें आपके मस्तिष्क की सेहत भी शामिल है. धूम्रपान के परिणामस्वरूप ब्लड वैसेल्स डैमेज, पुरानी सूजन और संज्ञानात्मक गिरावट हो सकती है. इसके अतिरिक्त, धूम्रपान करने वालों में डिमेंशिया विकसित होने की संभावना दोगुनी होती है.
ओवर इटिंग: इससे मस्तिष्क की सामान्य रूप से काम करने की क्षमता को गंभीर नुकसान हो सकता है. यह पता चला है कि मोटापा अल्जाइमर रोग का कारण बनता है. अधिक खाने से मोटापा बढ़ता है, जो हमारे आत्म और आत्म-मूल्य की भावना को नुकसान पहुंचाता है, जिसके परिणामस्वरूप डिप्रेशन और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं.
अकेले समय बिताना: दूसरों के साथ बात करना और बातचीत करना दिमाग के विकास को बढ़ावा देता है. बौद्धिक बातचीत के लाभों में मस्तिष्क की शक्ति और प्रोडक्टिविटी में वृद्धि शामिल है. नए दोस्त बनाकर और नए लोगों के साथ बातचीत करके आप अपनी रचनात्मकता में सुधार कर सकते हैं. यह बातचीत करने या मेलजोल बढ़ाने के लिए स्वयं को स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त करने का एक शानदार तरीका है.
नींद की कमी: आपके मस्तिष्क के लिए सबसे अधिक हानिकारक चीजों में से एक है पर्याप्त नींद न लेना. नींद की कमी आपके दिमाग को आराम करने और पिछले दिन से उबरने का समय नहीं देती है. इसके परिणामस्वरूप मेमोरी लॉस, संज्ञानात्मक गिरावट और मूड में बदलाव जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
निगेटिव सोच: नकारात्मक सोचने की आदत आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकती है. जब आप हर समय चिंतित और तनावग्रस्त रहते हैं तो आपका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है. इससे डिप्रेशन, एंग्जाइटी और यहां तक कि मनोभ्रंश भी हो सकता है. यदि आप अपने मस्तिष्क को अच्छी स्थिति में रखना चाहते हैं तो सुनिश्चित करें कि आप केवल पॉजिटिव विचार ही सोच रहे हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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