हरिकांत शर्मा/आगरा. जिला अस्पताल में इलाज का पैटर्न बदल जाएगा. इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को तीन रेड येलो और ग्रीन जोन में बांटा गया है. गंभीर रूप से घायल मरीजों को रेड जोन में रखा जाएगा, उससे थोड़ा गम गंभीर मरीजों को येलो जोन में और सामान्य मरीजों को ग्रीन जोन में रखा जाएगा. इसके पीछे का उद्देश्य है कि इलाज की गुणवत्ता में और सुधार लाया जा सके. साथ ही गंभीर मरीजों को बिना देरी के इलाज मिले.
आगरा जिला अस्पताल के अधीक्षक सी पी वर्मा ने कहा है कि मरीजों को सस्ता इलाज देने के लिए जिला अस्पताल ने यह कदम उठाया है. जिला अस्पताल में इन दिनों ओपीडी में भर-भर के मरीज आ रहे हैं .ऐसे में गंभीर रूप से घायल मरीजों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें सबसे पहले इलाज मुहैया कराया जाएगा. इसीलिए जिला अस्पताल में नई व्यवस्था लागू की गई है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को 3 जोन में डिवाइड किया गया है. रेड येलो और ग्रीन. इसके अलावा जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाई गई है. इसमें आग से झुलसने वाले मरीजों के लिए अलग से दो बेड आरक्षित किए हैं .चार बेड रेड जोन में, 4 येलो जोन में और बाकी के सामान्य जोन में रखे गए हैं.बर्न वार्ड के लिए भी आरक्षित हुए दो बेडअब तक जिला अस्पताल की ओपीडी में बर्न वार्ड नहीं था. इससे पहले इमरजेंसी वार्ड में बेड की संख्या भी कम थी. पहले केवल इमरजेंसी वार्ड में 10 बेड थे, लेकिन अब इन बेडों की संख्या बढ़ाकर 16 कर दी गई है. 4 बेड रेड जोन में, 4 येलो में, दो आइसोलेशन वार्ड, दो बर्न वार्ड और बाकी के सब ग्रीन जोन में रखे गए हैं. रेड जोन के मरीजों के लिए तुरंत ऑक्सीजन वेंटिलेटर सिस्टम और अन्य उपकरण तुरंत मुहैया रहेंगे. जिससे तुरंत इलाज शुरू किया जा सके. भविष्य में भी इलाज की तकनीकी और सुविधाओं के लिहाज से और प्रयोग होते रहेंगे..FIRST PUBLISHED : June 14, 2023, 15:57 IST
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