Uttar Pradesh

ब्रज में मुड़िया पूर्णिमा मेले की तैयारियां शुरू, करोड़ों भक्त लगाते हैं परिक्रमा, जानें इतिहास



सौरव पाल/मथुरा. राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेले का त्योहार गौड़ीय संप्रदाय लोगों लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. यह मेला 5 दिन तक चलता है और इस बार यह मेला 29 जून से शुरू होकर 3 जुलाई को समाप्त होगा. जिसके लिए ब्रज के गौड़ीय संप्रदाय के मंदिरों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इस बार इस मेले में करीब एक करोड़ लोगों के आने की आशंका है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है और लागतार मीटिंग का दौर जारी है.

महाप्रभु मंदिर के गौड़ीय महंत गोपाल दास के अनुसार, गुरु पूर्णिमा के दिन सन् 1556 में जब सनातन गोस्वामी का गोलोक वास हुआ तो उस समय गौडिया संतों के साथ ब्रजवासियों ने अपना सर मुड़वा लिया और उनके पार्थिव शरीर के साथ गोवर्धन की परिक्रमा की. जिसके बाद से गुरु पूर्णिमा को ही मुड़िया पूर्णिमा के नाम से जाना जाने लगा.

मुड़िया पूर्णिमा मेले का इतिहास

गुरु पूर्णिमा को ही मुड़िया पूर्णिमा कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पश्चिम बंगाल के मालदा के छोटे से गांव रामकेलि में रहने वाले सनातन गोस्वामी, जो बंगाल के राजा हुसैन के दरबार में मंत्री भी थे. वे वृंदावन की खोज करने वाले श्री चैतन्य महाप्रभु के भक्ति से बेहद प्रभावित हुए और उनसे मिलने के लिए वाराणसी चले गए. वहां महाप्रभु जी की प्रेरणा से उन्हे ब्रजवास मिला और वहीं रह कर कृष्ण भक्ति करने लगे. सनातन गोस्वामी प्रतिदिन वृंदावन से सात कोस दूर चलकर गोवर्धन जाते और वहां सात कोस के गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा लगते थे. वृद्धावस्था में उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण ने उन्हें दर्शन दिए और अपने चरण चिन्ह वाली एक गोवर्धन की शिला उन्हें दी और उस शिला की परिक्रमा लगाने का आदेश दिया.

गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा का है विशेष महत्व

इस बार मुड़िया पूर्णिमा मेला जून 29 से जुलाई 3 तक चलेगा. पांच दिनों में गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा का विशेष महत्व है. आज भी गौड़ीय संप्रदाय के अनुयाई अपना सर मुंडवाकर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते हैं और मानसी गंगा में स्नान और आचमन कर परिक्रमा समाप्त करते हैं.

गौड़ीय संप्रदाय की निकलती है शोभायात्रा

मुड़िया पूर्णिमा मेले के दौरान गौड़ीय संप्रदाय के मंदिर शोभायात्रा निकलते हैं. जिसके साथ सनातन गोस्वामी जी का चित्रपट भी रहता है और हजारों संत इस यात्रा में शामिल होते हैं और इसी यात्रा के साथ गोवर्धन की परिक्रमा लगते हैं.
.Tags: Latest hindi news, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : May 29, 2023, 15:57 IST



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