अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. उत्तर प्रदेश के अमेठी के आरिफ और सारस की दोस्ती के किस्से आपने खूब सुने होंगे. दरअसल जितनी सुर्खियां उनकी दोस्ती ने बटोरी थी, उससे कहीं ज्यादा चर्चा उनके बिछड़ने की हुई. आलम यह रहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खुद आरिफ के साथ सारस से मिलने कानपुर प्राणी उद्यान पहुंचे थे. वहीं, आजकल सारस को जंगल में छोड़ने की चर्चा है.कानपुर प्राणी उद्यान के निदेशक केके सिंह ने बताया कि इनसान और पक्षी की दोस्ती को आप यूं समझिए, आरिफ से अलग होकर सारस ने कानपुर प्राणी उद्यान में खाना-पीना तक छोड़ दिया था. हालांकि कुछ समय बाद सारस में भी बदलाव देखने को मिल रहा है. वह खाना पीना शुरू करने बाद कानपुर प्राणी उद्यान के वातावरण में खुद को ढाल रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही सारस को प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराया जाएगा.क्या बदलेगा सारस का पता? कानपुर प्राणी उद्यान के निदेशक केके सिंह ने बताया कि जब सारस कानपुर आया था, तब शुरुआत में उसने खाना पीना छोड़ दिया था. इससे उसका स्वास्थ्य भी खराब हो गया था. इसके बाद बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के वैज्ञानिकों से संपर्क कर उसकी हालत में सुधार लाया गया था. साथ ही बताया कि शासन भी सारस को लेकर काफी गंभीर है. सारस की रोजाना की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है. सारस की देखभाल के लिए वरिष्ठ पक्षी वैज्ञानिक लगाए गए हैं. फिलहाल सारस एकदम ठीक है. केके सिंह का कहना है कि सारस को कानपुर चिड़ियाघर में अन्य सारस के साथ रखा जाएगा या फिर जंगल में छोड़ा जाएगा. इसको फैसला शासन से आदेश आने के बाद लिया जाएगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 10, 2023, 10:35 IST
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The 145-year-old history of Jhansi Railway Station will now be a thing of the past. Passengers will soon see a world-class railway station in place of this fort-like building.
Last Updated:December 20, 2025, 19:35 ISTNew Jhansi Railway Station : झांसी का 145 साल पुराना ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन…

