आदित्य कृष्ण/अमेठी. यूपी के अमेठी में कायाकल्प योजना के साथ-साथ अब विद्यालय के बच्चों को हरी सब्जियां और फल खिलाने की कवायद हो रही है. विद्यालय में अब किचन गार्डन स्थापित होंगे और इन किचन गार्डन में मौसमी सब्जियां और फल का उत्पादन किया जाएगा.कई स्कूलों में योजना को लागू कर दी गई है. विद्यालयों के लिए धनराशि भेजी जा रही है, जिसके बाद वहां के अध्यापक किचन गार्डन योजना को बेहतर तरीके से कर पाएंगे. चयनित स्कूलों के खाते में पांच-पांच हजार रुपये अंतरित करते हुए गार्डन स्थापना व रख-रखाव पर खर्च करने का निर्देश दिया गया है.250 विद्यालयों में बना किचन गार्डनबात अगर अमेठी की करें तो यूपी के अमेठी में 1570 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं. परिषदीय विद्यालयों में ऐसे विद्यालय जिनमें बाउंड्री वाल बनी है उन विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की निगरानी में किचन गार्डन स्थापित किया जा रहा है. नई पहल में किचन गार्डन के लिए अमेठी में 6 सिंहपुर में 4 विद्यालयों के साथ गौरीगंज भेटुआ भादर जामो जगदीशपुर मुसाफिरखाना शाहगढ़ और शुकुल बाजार के 5-5 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है. कुल 50 विद्यालय ऐसे चिन्हित किए गए हैं. जिनमें किचन गार्डन स्थापित किया जाएगा. इसके लिए प्रति विद्यालय 5 हजार रुपये धनराशि भेजी जाएगी और इसी धनराशि से विद्यालय के प्रधानाध्यापक किचन गार्डन स्थापित करेंगे और बच्चों को पौष्टिक सब्जियां उपलब्ध होगी.विद्यालयों में तैयार किए जाएंगे किचन गार्डनउच्च प्राथमिक विद्यालय और मॉडल विद्यालय के प्रधानाचार्य रमाशंकर यादव ने कहा कि किचन गार्डन स्थापित होने से बहुत ही फायदे हैं बच्चों को विद्यालय के अंदर ही बिना केमिकल युक्त तैयार सब्जियां उपलब्ध हो सकेगी. इसके साथ ही इस किचन गार्डन के जरिए बच्चे कौन-कौन सी सब्जियां और फल तैयार होते हैं. इन सब का भी ज्ञान विद्यालय में सीख सकेंगे. यह सरकार की और विभाग की अच्छी पहल है. कई विद्यालयों में अब तक किचन गार्डन स्थापित हो चुका है और हम सब लगातार अपने-अपने विद्यालयों में किचन गार्डन स्थापित करने की कवायद में जुटे हैं.बच्चों को मिलेगा पौष्टिक आहारवहीं बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अर्जुन सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों की बच्चो को जो मध्यान भोजन परोसा जा रहा है. उसके पोषक तत्व को बढ़ाने के लिए किचन गार्डन की स्थापना की जा रही है. विभाग द्वारा के लिए वित्त की सहायता दी जा रही है, यह बहुत ही अच्छी योजना है. इससे एक तरफ जहां बच्चे पोषक तत्वों की जानकारी सीख सकेंगे इसके साथ ही हमारे मध्यान्ह भोजन योजना में और गुणवत्ता हो सकेगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 27, 2023, 20:38 IST
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