वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देश का दूसरा फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन (Floating CNG Station) भी तैयार किया जाएगा. वाराणसी के रविदास घाट के सामने गंगा की लहरों में तैरता सीएनजी स्टेशन बनाया जाएगा. गेल इंडिया की मदद से तैयार इस स्टेशन से नाविक अपने नाव में सीएनजी की रिफलिंग करा सकेंगे.ये फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन इतना हाईटेक होगा कि बाढ़ के समय भी लोग यहां नावों में सीएनजी भरवा सकेंगे. दरअसल फ्लोटिंग स्टेशन पानी के लेवल बढ़ते के साथ खुद को एडजस्ट कर लेगा. वाराणसी कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बातचीत में बताया कि इसके लिए वीडीए जमीन उपलब्ध करा रही है और गेल इंडिया की ओर से इसे तैयार किया जाएगा. आने वाले दो महीने में इसकी प्रकिया लगभग पूरी हो जाएगी.100 साल होगी फ्लोटिंग स्टेशन की लाइफवाराणसी कमिश्नर कौशल राज शर्मा के मुताबिक, इस सीएनजी स्टेशन को खास तकनीक से बनाया जाएगा. इस कारण इसकी लाइफ करीब 100 साल होगी. बता दें कि वाराणसी में नावों को सीएनजी में बदलने का काम लगभग पूरा हो गया है. इसको देखते हुए पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन नमो घाट पर बनाया गया था. नमो घाट वाराणसी के घाटों की श्रृंखला का अंतिम घाट है. ऐसे में कई नाविकों को वहां जाने में परेशानी होती थी और उन्हें लम्बी दूरी भी तय करनी होती थी. वहीं, रविदास घाट पर इस फ्लोटिंग स्टेशन के निर्माण के बाद नाविक आसानी से नावों में सीएनजी की रिफलिंग करा सकेंगे.पीएम मोदी ने देखा था सपनाबता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में नावों को सीएनजी से चलाने का सपना देखा था. पहले फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन के साथ वह साकार हो चुका है. वहीं, दूसरा स्टेशन उनकी सोच का एक और बढ़ता कदम है. वहीं, नावें पूरी तरह सीएनजी से चलेंगी तो इससे प्रदूषण भी कम होगा और गंगा की सेहत भी अच्छी होगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : March 30, 2023, 14:09 IST
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Varanasi historic Rajghat Bridge connecting Varanasi and Chandauli will be closed for 30 days these routes can be used
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