Uttar Pradesh

फीका पड़ने लगा है 200 साल पुराना कन्नौज के इत्रदान का कारोबार, जानिए क्या है वजह



रिपोर्ट: अंजली शर्मा

Kannauj News: कन्नौज अपने इत्र के व्यापार के लिए देशभर में जाना जाता है. यहां बने इत्र की डिमांड विदेशों तक है. कहा जाता है कि कन्नौज की गलियों की मिट्टी से भी इत्र की महक आती है. यहां के सैकड़ों साल पुराने इत्र की खुशबू को उसकी सुंदरता बढ़ाने का काम कन्नौज में बने इत्रदान बखूबी कर रहे थे. लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा, उसकी सुंदरता में कमी आती जा रही है.

शहर में महज गिने-चुने कारीगर ही हाथों से निर्मित इत्र दान का काम कर रहे हैं. इसकी मांग पहले देश विदेशों में थी लेकिन अब मशीनों से बने बक्सों ने इस पर बहुत प्रभाव डाला है. अब इस इत्र दान को बनाने में बहुत सारी समस्याओं का सामना उन कारीगरों को करना पड़ रहा. आज हम आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से कारण हैं जिनके चलते कन्नौज का इत्रदान व्यापार पिछड़ता जा रहा है.

आपके शहर से (कन्नौज)

उत्तर प्रदेश

Success story: पैर खोए लेकिन हौसला नहीं, आर्मी अफसर से पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी बनने का सफर नहीं रहा आसान

आम के शौकीनों के लिए बुरी खबर, पढ़ें मलिहाबाद से सबसे बड़ी ग्राउंड रिपोर्ट

Indian Navy : नौसेना में तीन तरीके से बन सकते हैं कैप्टन, मिलती है 2 लाख रुपये महीने तक सैलरी

Crime News : अवैध खनन के कारण गई मासूम की जान, पुलिस कर रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

माता का मन्दिर जिसकी महिमा देख अंग्रेजों के भी छूट गए थे पसीने, होती हैं मुरादे पूरी 

Good news: 26 मार्च को भी भर सकेंगे हाउस टैक्स, छुट्टी के दिन भी खुला रहेगा नगर निगम

अमेठी में बेटा ही निकला बुजुर्ग पिता का हत्यारा, बहन और जायदाद के चक्कर में…

सारस से दोस्ती कर बुरे फंसे अमेठी के आरिफ ! वन विभाग ने भेजा नोटिस, पूछताछ के लिये बुलाया

Kanpur News : अनोखे अंदाज में न्याय की गुहार लगा रहा युवक, गिटार को बनाया अपना हथियार, जानिए पूरा मामला

अतीक अहमद के शार्प शूटर्स पर शामत, ससुराल में सर्च ऑपरेशन, UP पुलिस को मिला हथियारों का जखीरा

उत्तर प्रदेश

क्या-क्या आ रही समस्या

इत्र दान कारीगर पप्पू और उनके भाई बताते है कि करीब 150 से 200 साल पुराने इस कारोबार को उनकी पीढ़ी दर पीढ़ी कर रही है. लेकिन बीते कुछ समय से यह काम कम होता जा रहा. काम के सही दाम भी नही मिलते और न ही इत्र दान बनाने वाली लकड़ी मिल पाती है. इत्र दान बनाने वाला सभी सामान लगातार महंगा हो रहा है.

इस एक इत्र दान को बनाने में 3 दिनों का वक्त लगता है. इत्र दान पूरा हाथ से ही बनाया जाता है इत्र दान के ऊपर कारीगरी कर तारो से नामो को लिखा जाता है और अच्छी अच्छी डिजाइन भी दी जाती है. जिसमे बहुत मेहनत और समय लग जाता है. इसकी मांग पहले देश विदेशों में थी लेकिन अब मशीनों से बने बक्सों ने इस पर बहुत प्रभाव डाला है. लोग सस्ते के चलते बाहर से आने वाले इन इत्र दानों को लेते है.

किसी भी मशीन का नही होता है प्रयोग

कन्नौज में इत्रदान को बनाने के लिए कारीगर किसी भी मशीन का इस्तेमाल नहीं करते हैं इत्रदान पूरा हाथों से ही बनाया जाता है. इत्रदान में शीशम की लकड़ी का प्रयोग होता है इसको काटकर बॉक्स का स्वरूप दिया जाता है. इसके बाद उसमें हाथों से कारीगरी करके सुंदर बनाया जाता है.

कन्नौज का इत्रदान पूरे देश मे भेजा जाता है. लेकिन अब प्लास्टिक के इत्रदान बनकर आने लगे जोकि सस्ते पड़ते है और कन्नौज में लकड़ी का हाथों से बना इत्रदान महंगा पड़ता है. जिस कारण अब इसकी मांग भी कम पड़ गई. कन्नौज की प्राचीन कला अब विलुप्त होने की कगार पर है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Kannauj news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : March 25, 2023, 21:46 IST



Source link

You Missed

CBI arrests two agents for trafficking Indians to Myanmar’s cybercrime hub
Top StoriesNov 13, 2025

सीबीआई ने म्यांमार के साइबर अपराध केंद्र में भारतीयों को तस्करी करने के लिए दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है।

एक व्यवस्थित अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट इन व्यक्तियों को उच्च वेतन वाले नौकरियों और आकर्षक विदेशी रोजगार के अवसरों के…

लसोड़ा
Uttar PradeshNov 13, 2025

स्वास्थ्य टिप्स : खाज, खुजली है या पेट में मरोड़, इस पेड़ का हर हिस्सा रामबाण, तुरंत मिलेगा आराम – उत्तर प्रदेश न्यूज

लसोड़ा के फायदे: एक औषधीय पेड़ जो कई बीमारियों का अचूक इलाज है हमारे आसपास ऐसे बहुत से…

Health Ministry, WHO Hold Consultation To Strengthen Nursing, Midwifery Sector
Top StoriesNov 13, 2025

स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO ने नर्सिंग और मधुमेही क्षेत्र को मजबूत करने के लिए परामर्श किया

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन और जेएचपाईजो के सहयोग से तीन दिवसीय राष्ट्रीय…

Scroll to Top