वाराणसी. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में बाबा के स्पर्श दर्शन पर शुल्क को लेकर मंदिर न्यास परिषद की अगली बैठक में फैसला हो सकता है. ऐसा हम नहीं बल्कि मन्दिर न्यास के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय का कहना है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि मंदिर में भीड़ को देखते हुए उज्जैन के महाकाल मंदिर के तर्ज पर काशी विश्वनाथ में भी स्पर्श दर्शन पर शुल्क लगाया जा सकता है. इस पर अगली बैठक में विद्वान चर्चा कर फाइनल मुहर लगाएंगे.यदि स्पर्श दर्शन पर शुल्क लगाया जाता है. तो गर्भगृह में होने वाले भीड़ को नियंत्रित किया का सकता है. जिससे भक्त आसानी से बाबा का स्पर्श दर्शन कर सकते हैं. इससे इतर एक समस्या ये भी है कि इस फैसले से बाबा के आम भक्तों को भी परेशानी हो सकती है. इन दोनों पर विचार के बाद अगली बैठक में स्पर्श दर्शन पर शुल्क लगेगा या नहीं ये तय हो जायेगा.संत समिति ने जताई आपत्तिवहीं दूसरी तरफ बाबा के स्पर्श दर्शन पर शुल्क लगाए जाने के चर्चा के बीच अखिल भारतीय संत समिति भी इसको लेकर विरोध कर रही है. संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने ऐसा सोचने वालो को महापापी बताया है. उसके अलावा उन्होंने कहा है कि यदि ऐसी कोई भी व्यवस्था लागू होती है, तो संत समिति उसका कड़ा विरोध करेगी.फिलहाल लागू नहींइन सब से इतर वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने ये कहा है कि स्पर्श दर्शन पर फिलहाल कोई शुल्क नहीं लगाया गया है और न ही इसपर फाइनल फैसला हुआ है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : March 14, 2023, 10:30 IST
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