नोएडा के सोरखा गांव के रहने वाले रवि यादव बताते हैं कि कुश्ती कभी हमारी पहचान हुआ करती थी. हर गांव में कुश्ती प्रतियोगिता होना आम बात थी. बड़े-बड़े दंगल हुआ करते थे. लेकिन, सब अब खत्म होते दिखाई दे रहा है. हमारे यहां से नरसिंह पहलवान निकले थे, जिन्होंने एशियन गेम्स में देश का नाम रौशन किया था. लेकिन, अब वो सब खत्म होता दिखाई दे रहा है. इसलिए हमने छोटे से अखाड़े में इसको जीवित करने का प्रयास किया है
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Congress slams Modi govt on Aravalli issue, asks why ‘hell-bent’ on redefining mountain range
Ramesh further claimed that in 15 of the 34 districts where data is available, the Aravallis account for…

